ढाका। पश्चिमोत्तर बांग्लादेश में रविवार को एक नौका पलटने से जान गंवाने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 49 हो गई। मृतकों में ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं। बता दें कि रविवार को दुर्गा पूजा उत्सव से पूर्व महालया के मौके पर हिन्दू श्रद्धालु बोदेश्वरी मंदिर की ओर जा रहे थे, तभी देश के उत्तर-पश्चिमी पंचगढ़ जिले में कोरोटो नदी में उन्हें ले जा रही नौका पलट गई।
'बीडीन्यूज24 डॉटकॉम' की खबर के अनुसार पंचगढ़ के अतिरिक्त उपायुक्त (राजस्व) दीपांकर रॉय ने कहा कि शाम 5 बजे तक कुल 43 शव बरामद किए गए, हालांकि 41 लोग अभी भी लापता हैं। रॉय, जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच समिति का नेतृत्व कर रहे हैं।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि दिनाजपुर में एक नदी में कुछ शव मिले और शव कथित तौर पर तेज धारा के कारण बहाव के साथ आगे बह गए थे। 'ढाका ट्रिब्यून अखबार' के मुताबिक बाद में कोरोटा नदी से 6 और शव बरामद किए गए जिसके बाद मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 49 हो गई। इनमें 13 बच्चे, 24 महिलाएं और 12 पुरुष शामिल हैं। रॉय ने बताया कि बरामद किए गए शवों को उनके परिवारों को सौंप दिया गया है।
मीडिया की खबरों में यात्रियों के रिश्तेदारों के हवाले से कहा गया है कि लगभग 58 यात्री लापता हैं जबकि अधिकारियों ने पहले कहा था कि नाव में 80 यात्री सवार थे। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि नाव में 150 से अधिक यात्री सवार थे। कुछ लोग तैरकर नदी के किनारे वापस चले गए लेकिन कई अभी भी लापता हैं।
'ढाका ट्रिब्यून अखबार' ने जांच निकाय प्रमुख रॉय के हवाले से कहा कि शुरुआती जांच के मुताबिक नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार थे। अखबार के अनुसार हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि नाव के डूबने के पीछे अन्य कारण भी हो सकते हैं, लेकिन इसका खुलासा समिति द्वारा अपनी जांच पूरी करने के बाद किया जाएगा।
उप-जिले के प्रशासनिक प्रमुख सोलेमान अली ने कहा कि नाविक ने कुछ लोगों को नाव में वजन को कम करने के लिए उतरने को कहा था, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। रॉय ने कहा कि पंचगढ़ में दमकल सेवा तलाशी अभियान का नेतृत्व कर रही है।(भाषा)