इस्लामाबाद। दुबई में खेले गए भारत-पाकिस्तान टी-20 विश्वकप मैच में भारतीय टीम की हार के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को ऐसा लग रहा है मानो उनके हाथ कोई बड़ी चीज लग गई हो। इमरान इस मैच की जीत को भारत-पाक रिश्तों से जोड़कर देखने लगे हैं। उनका कहना है कि टी-20 विश्व कप में भारत के खिलाफ देश की जीत के बाद इस तरह की बातचीत के लिए यह अच्छा समय नहीं है।
खान ने हाल ही में सऊदी अरब की राजधानी रियाद में पाकिस्तान-सऊदी निवेश मंच को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के पास केवल एक ही मुद्दा है- कश्मीर मुद्दा। उन्होंने इसका सभ्य पड़ोसियों की तरह हल करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि चीन के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन अगर हम किसी तरह भारत के साथ अपने संबंधों को सुधारते हैं तो मुझे पता है कि रविवार रात क्रिकेट मैच में पाकिस्तान टीम से हार के बाद, भारत के साथ संबंध सुधारने के बारे में बात करने का यह बहुत अच्छा समय नहीं है। उनकी टिप्पणी दुबई में विश्व कप में पहली बार पाकिस्तान द्वारा भारत को हराने के एक दिन बाद आई है।
उन्होंने सऊदी अरब के उद्योगपतियों से कहा कि यह सभी मानवाधिकारों और कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकारों के बारे में है, जैसा कि 72 साल पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा गारंटी दी गई थी। अगर उन्हें यह अधिकार दिया जाता है, तो हमें कोई अन्य समस्या नहीं है। दोनों देश सभ्य पड़ोसियों के रूप में रह सकते हैं।
इमरान ने कहा कि भारत पाकिस्तान के जरिये मध्य एशिया तक पहुंच हासिल करेगा और बदले में पाकिस्तान दो बड़े बाजारों तक पहुंच हासिल करेगा। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर सऊदी अरब की तीन दिवसीय यात्रा पर आए खान ने कहा कि मैं सऊदी उद्योग समुदाय से कहना चाहता हूं कि परिस्थितियां कभी भी एक जैसी नहीं रहती हैं। वे हमेशा बदलती रहती हैं। पाकिस्तान के रणनीतिक स्थान पर प्रकाश डालते हुए खान ने कहा कि सऊदी उद्योगपतियों को देश की पेशकश से लाभ हो सकता है।