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तुओल स्लेंग, आज भी यहां कैदियों की रूह है मौजूद

हमें फॉलो करें तुओल स्लेंग, आज भी यहां कैदियों की रूह है मौजूद

अनिरुद्ध जोशी

दुनिया में कई खतरनाक और भुतहा जगहे हैं। बहुतों के बारे में कहा जाता है कि यह एक भ्रम है और कुछ का रहस्य अभी भी बरकरार है। हालांकि आज के युग में इन सब बातों का कोई महत्व नहीं है लेकिन रोमांच के शौकिन लोग ऐसी जगहों पर जरूर जाते हैं। आओ जानते हैं ऐसी ही एक जगह जो तुओल स्लेंग के नाम से मशहूर है।
 
 
तुओल स्लेंग:
 
1. यह स्थान कंबोडिया में है। पहले यह यह एक स्कूल था। कंबोडिया के इस स्कूल में कभी कैदियों को बांधकर रखा जाता था। 
 
2. खमेर रुज के शासन के दौरान इन कैदियों को दूसरे कैदियों से बात करने की मनाही थी। अगर कोई बात करता था, तो उन्हें यहां करंट लगा दिया जाता था और लोहे की गर्म रॉड से मारा जाता था। ऐसा कहा जाता है कि आज भी उन कैदियों की रूह यहां मौजूद हैं। इनमें पुरुषों के अलावा औरतें और बच्चे भी शामिल थे।
 
3. कहा जाता है कि खमेर रूज के शासनकाल के दौरान 1975 से 1979 तक तुओल स्लेंग में हजारों लोगों को यातनाएं देकर मार डाला गया था। तभी से यह जगह भयानक मानी जाती है, क्योंकि यहां कम से कम 12,380 लोगों को यातना देकर मार डाला गया था।
 
4. कांग किक ईयु इस यातना शिविर के संचालक थे। इसे कंबोडिया की कत्लगाह कहा जाता है। कंबोडिया में खमेर रूज के दानवी शासन को समाप्त हुए 30 साल से ज्यादा हो गए हैं। 
 
5. उस वामपंथी हत्यारे शासक का नाम पोल पॉट था। वियतनाम की मदद से 1979 में पोल पॉट के शासन का अंत हुआ लेकिन खमेर रूज़ 1998 में पोल पॉट की मौत तक भूमिगत संघर्ष करता रहा।
 
6. कंबोडिया में खमेर रूज का शासन 4 साल चला। इस दौरान वहां हुई हत्याओं को 20वीं सदी के सबसे बड़े नरसंहारों में गिना जाता है।
 
7. खमेर रूज के चार साल के शासन के दौरान 17 हजार महिलाओं, पुरुषों और बच्चों को कैद रखा गया था।

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