Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

ब्लू मून, सुपर मून, हार्वेस्ट मून और ब्लड मून में क्या है अंतर? जानें इन खगोलीय घटनाओं का रहस्य

हमें फॉलो करें ब्लू मून, सुपर मून, हार्वेस्ट मून और ब्लड मून में क्या है अंतर? जानें इन खगोलीय घटनाओं का रहस्य

WD Feature Desk

, शुक्रवार, 15 नवंबर 2024 (12:28 IST)
Different types of full moon

Different types of full moon : धरती पर रहने वालों के लिए चांद हमेशा से एक सम्मोहन रहा है। और हो भी क्यों ना धरती का उपग्रह चांद कई सुन्दर खगोलीय रूपों में धरती से देखने पर रहस्यों और रोमांच से लबरेज नज़र आता है। पूर्णिमा का चांद खासतौर पर आकर्षक दिखाई देता है। 

हर महीने आने वाली पूर्णिमा के चांद को फुल मून कहा जाता है। हालांकि, फुल मून भी अलग-अलग प्रकार के होते हैं, जिनके बारे में हम इस आर्टिकल में जानने की कोशिश करेंगे। आइए जानें।

ब्लू मून (Blue Moon) क्या है?
ब्लू मून एक ऐसी खगोलीय घटना है जो कभी-कभी घटती है। जब किसी कैलेंडर महीने में दो बार पूर्णिमा होती है, तो दूसरी पूर्णिमा को "ब्लू मून" कहते हैं। इसका नाम सुनने में ऐसा लगता है जैसे चंद्रमा नीला हो जाता है, लेकिन वास्तविकता में ऐसा नहीं होता। यह बस एक नाम है।

सुपर मून (Super Moon) क्या है?
सुपर मून वह स्थिति है जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट आ जाता है और अपने सामान्य आकार से बड़ा और चमकीला दिखाई देता है। यह पूर्णिमा के समय अधिक चमकदार और विशाल लगता है। वैज्ञानिक इसे "पेरिजी सिज्जी" स्थिति कहते हैं, जिसमें चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी लगभग 3,56,000 किलोमीटर होती है। सुपर मून के दौरान चंद्रमा की रोशनी बहुत तेज होती है, और यह दृश्य अपने आप में अद्भुत होता है।
ALSO READ: Super moon Names : आप भी जानिए हर माह के सुपरमून का नाम
 
हार्वेस्ट मून (Harvest Moon) क्या है?
हार्वेस्ट मून वह पूर्णिमा होती है जो शरद ऋतु के समय (सितंबर या अक्टूबर) में आती है। यह नाम इसलिए रखा गया क्योंकि इस समय किसान अपनी फसलों की कटाई करते हैं और चंद्रमा की रोशनी उनकी मदद करती है। हार्वेस्ट मून से पहले सूर्यास्त होने के तुरंत बाद चंद्रमा उदित हो जाता है, जिससे रातें काफी रोशन रहती हैं।

ब्लड मून (Blood Moon) क्या है?
ब्लड मून एक ऐसी घटना है जो चंद्र ग्रहण के समय होती है। जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, तो सूर्य की किरणें पृथ्वी के वातावरण से होकर चंद्रमा तक पहुँचती हैं, जिससे वह लाल रंग में दिखाई देता है। इसी कारण इसे "ब्लड मून" कहते हैं। यह एक विशेष प्रकार की पूर्णिमा होती है जो ज्योतिष और खगोल शास्त्र के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।

क्या है इन चंद्र घटनाओं का महत्व और वैज्ञानिक दृष्टिकोण
इन सभी खगोलीय घटनाओं का विज्ञान में महत्वपूर्ण स्थान है। सुपर मून और ब्लड मून के समय चंद्रमा के विभिन्न आकार और रंग वैज्ञानिकों को पृथ्वी और अन्य खगोलीय पिंडों के बीच के संबंधों का अध्ययन करने का मौका देते हैं। हार्वेस्ट मून और ब्लू मून जैसे अवसर परंपराओं और मान्यताओं से जुड़े हुए हैं, जो लोगों को प्रकृति के करीब लाते हैं।

 


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

LIVE: देवेंद्र फडणवीस का बड़ा बयान, बंटेंगे तो कटेंगे नारे को समझ नहीं पाए अजित पवार