सोशल मीडिया पर एक आंख वाले मेमने की तस्वीर वायरल हो रही है। इसमें बच्चे के माथे के ठीक बीच में सिर्फ एक आंख है। इसे देखकर कई लोग इसकी भगवान शिव के तीसरे नेत्र से तुलना कर रहे हैं। देखते ही देखते यह मेमना वायरल हो गया है, हर कोई इसकी तस्वीर शेयर कर रहा है। लेकिन एक डॉक्टर ने इसकी हकीकत सामने लाया है।
दरअसल, अगर गर्भ में कोई समस्या हो जाए, तो पेट में ही बच्चे के अंदर कुछ विकार पैदा हो जाते हैं। चाहे इंसान का बच्चा हो या जानवर का, ये बात हर किसी पर लागू होती है। सोशल मीडिया पर आए दिन ऐसी खबरें सामने आती हैं, जिसमें बच्चों को जन्म के समय मां के गर्भ में ही किसी तरह की समस्या हो जाती है। इसके बाद बच्चा जब जन्म लेता है तो उसमें किसी ना किसी तरह की कमी नजर आ जाती है। कई बार ऐसे बच्चों को लोग चमत्कार मानने लगते हैं, जबकि असल में ये बर्थ डिफेक्ट होता है।
ऐसा ही एक बर्थ डिफेक्ट का मामला सोशल मीडिया पर इन दिनों वायरल हो रहा है। इसमें एक मेमने की तस्वीर लोग भगवान शिव का अवतार बता शेयर कर रहे थे। तस्वीर में देख सकते हैं कि मेमने के माथे पर एक आंख है। इसके अलावा उसकी आंखें नहीं है।
हालांकि, मेमना जन्म के कुछ समय बाद ही मर गया, लेकिन तब तक उसकी तस्वीरें वायरल हो चुकी थी। अब यूके के सर्जन डॉ करण राजन ने लोगों को इस मेमने की असलियत बताई। उन्होंने कहा कि ये कोई चमत्कार नहीं, बल्कि एक बर्थ डिफेक्ट है, जो इंसानों में भी होता है।
मेमने के इस हालत को मेडिकल टर्म में कहते हैं। ये काफी रेयर बर्थ डिफेक्ट है। इसमें बच्चे का मस्तिष्क दो भाग में नहीं बंट पाता है। ऐसे में बच्चे के दो सेलेब्रल नहीं बनते। ऐसे में उनकी बॉडी में आंखों के दो सॉकेट्स भी नहीं डेवलप हो पाते।
इसी वजह से बच्चे की आंखें एक ही जगह पर दिखाई देती है। इंसानों में भी ये बर्थ डिफेक्ट देखा जाता है। लेकिन इस डिफेक्ट के साथ पैदा हुए बच्चे जिंदा नहीं रह पाते। डॉ करण राजन ने बताया कि दुनिया के कुछ म्यूजियम में ऐसे बच्चे के फीटस रखे गए हैं। ऐसे में ये मेमना कोई अवतार नहीं है। टिकटोक पर मेमने की तस्वीर वायरल हो रही है। इसे अब तक 3 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है।