इंदौर। मध्यप्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डॉ. वरूण कपूर ने Black Ribbon Initiative संपर्क अभियान के तहत सेंट मैरी चैंपियन हायर सेकंडरी स्कूल में विद्यार्थियों के लिए साइबर क्राइम एवं सायबर सुरक्षा विषय आयोजित कार्यशाला में कहा कि सायबर स्पेस का उपयोग सुरक्षा मापदंडों को ध्यान में रखकर ही करना चाहिए।
डॉ. कपूर ने इस अवसर पर कहा कि सायबर अपराधों से बचने के उपायों एवं सावधानियों के संबंध में जानकारी देने के साथ ही सायबर बुलिंग, ग्रुमिंग, फिशिंग, सायबर स्टाकिंग, बैंकिंग फ्रॉड से संबंधित सायबर अपराधों के बारे में बताया। उन्होंने सोशल नेटवर्किंग एवं कम्युनिकेशन में अंतर बताया तथा अपने बारे में कितनी सूचना कब, कैसे और कहां शेयर करना है, शेयर करना भी है या नहीं एवं किसी पोस्ट को लाइक, शेयर एवं फारवर्ड करने के बारे में सचेत रहने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाटस्ऐप, लिंक्डइन पर फोटो शेयर करने, लाइक व कमेंट करने की युवाओं और बच्चों में लत बढ़ती जा रही है। सुरक्षा मापदण्डों को ध्यान में न रखने के कारण लोग साइबर अपराधियों के आसान शिकार बन जाते हैं। सायबर सुरक्षा के प्रति जागरूक होना बहुत जरूरी है, क्योंकि हमारी जागरूकता ही सायबर अपराध का शिकार होने से बचा सकती है।
फिशिंग अटैक के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए डॉ. कपूर ने बताया कि फिशिंग अटैक के माध्यम से अपराधी संवेदनशील जानकारी चुराने के लिए लुभावने ईमेल, मैसेज, विज्ञापन या अन्य संसाधन का प्रयोग करते हैं। इससे बचाव हेतु अनजान लिंक पर क्लिक न करें, अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें, अनजान एप्स डाउनलोड न करें, व्यक्तिगत जानकारी, डेबिट/क्रेडिट कार्ड की जानकारी, आधार कार्ड नंबर, पेनकार्ड नंबर, बैंक विवरण एवं ओटीपी शेयर न करें।
इस अवसर पर डॉ. कपूर विद्यार्थियों के प्रश्नों के जवाब भी दिए। मनस्वी एवं मुस्तफा को डॉ. कपूर द्वारा गोल्डन बैज एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यशाला का प्रारंभ में स्कूल के एसएल स्वामी एवं प्राचार्या श्रीमती ईशाबेल स्वामी द्वारा प्लांट एवं बुके भेट कर डॉ. कपूर का स्वागत किया गया। डॉ. कपूर ने ने स्कूल में नवनिर्मित कंप्यूटर लैब का उद्घाटन भी किया।
इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी विक्टर स्वामी एवं कार्यक्रम संयोजक श्रीमती स्टेफी स्वामी उपस्थित थे। सेमिनार के सफल संचालन में निरीक्षक श्रीमती पूनम राठौर, उनि (विसबल) राजा इमरान व उनकी टीम के सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा।