इंदौर। केंद्र सरकार के 'स्वच्छ सर्वेक्षण' में इंदौर के लगातार दूसरे साल शीर्ष स्थान पर रहने से बेहद प्रसन्न लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इस उपलब्धि का श्रेय शहर के आम बाशिंदों को दिया है। महाजन इंदौर क्षेत्र की सांसद भी हैं। उन्होंने आज एक बयान में कहा कि इस सफलता में सहयोग और सहभागिता की इंदौरी संस्कृति का प्रमुख योगदान है।
साफ-सफाई को लेकर स्थानीय बाशिंदों की जागरूकता ने देशभर में अलग पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि सबसे स्वच्छ शहरों की सूची में इंदौर को शीर्ष पायदान पर बनाए रखने के लिए स्थानीय सफाई कर्मचारियों की जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम है।
स्थानीय प्रशासन ने भी इस सिलसिले में अपने स्तर पर कड़ी मेहनत की है। इंदौर की महापौर मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़ भी शहर की कामयाबी पर फूली नहीं समा रही हैं। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई की स्थिति जांचने के राष्ट्रीय सर्वेक्षण में इंदौर को सतत दूसरे साल प्रथम स्थान प्राप्त होने की उपलब्धि की जड़ में शहर की स्वच्छताप्रेमी जनता का सहयोग है।
उन्होंने कहा कि शहर की इस सफलता में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों के अथक प्रयासों का भी विशेष योगदान है। आवास एवं शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2018' के नतीजे आज घोषित किए।
इस बार सर्वेक्षण में देशभर के करीब 4,200 शहरों को शामिल किया गया था। इंदौर पिछले साल के 'स्वच्छ सर्वेक्षण' में भी देश का सबसे साफ-सुथरा शहर चुना गया था। हालांकि उस समय सिर्फ 430 शहरों के बीच प्रतिस्पर्धा थी। (भाषा)