Indore Weather Update News : पहाड़ों पर बर्फबारी का सीधा असर मध्य प्रदेश के इंदौर में भी देखने को मिल रहा है। शहर में इन दिनों खासकर रात के समय ठंड का असर तेजी से बढ़ गया है। ठंड ने 37 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शनिवार रात न्यूनतम तापमान गिरकर 7 डिग्री पर पहुंच गया। मौसम विभाग ने इंदौर और आसपास के जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। यह तापमान औसत न्यूनतम तापमान से 9 डिग्री कम है। दिन में जहां शहरवासियों को धूप निकलने से राहत मिल रही है, वहीं उत्तरी हवाएं रात से अल सुबह तक कड़ाके की ठंड का अहसास करवा रही हैं।
खबरों के अनुसार, पहाड़ों पर बर्फबारी का सीधा असर मध्य प्रदेश के इंदौर में भी देखने को मिल रहा है। शहर में इन दिनों खासकर रात के समय ठंड का असर तेजी से बढ़ गया है। ठंड ने 37 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शनिवार रात न्यूनतम तापमान गिरकर 7 डिग्री पर पहुंच गया। मौसम विभाग ने इंदौर और आसपास के जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। यह तापमान औसत न्यूनतम तापमान से 9 डिग्री कम है।
दिन में जहां शहरवासियों को धूप निकलने से राहत मिल रही है, वहीं उत्तरी हवाएं रात से अल सुबह तक कड़ाके की ठंड का अहसास करवा रही हैं। जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हो रही बर्फबारी के कारण उत्तरी हवाएं सीधे मध्य प्रदेश की ओर आ रही हैं। 37 साल पहले 30 नवंबर को इंदौर का न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
सुबह के समय दिखने वाला हल्का कोहरा आने वाले दिनों में घना हो सकता है। जिस तरह से तापमान में कमी आ रही है, उसे देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि और भी रिकार्ड टूटेंगे। अब से पहले जब भी नवंबर में सर्वाधिक ठंड के रिकार्ड बने हैं, वो 25 से 30 नवंबर के बीच बने हैं, लेकिन इतिहास में पहली बार नवंबर की शुरुआत में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री पर पहुंचा है।
दिन में जहां शहरवासियों को धूप निकलने से राहत मिल रही है, वहीं उत्तरी हवाएं रात से अल सुबह तक कड़ाके की ठंड का अहसास करवा रही है। वर्तमान में उत्तर भारत पर एक पश्चिमी विक्षोभ ऊपरी हवाओं के घेरे के रूप में 3.1 किमी की ऊंचाई पर बना हुआ है। यही वजह है कि अभी जहां इंदौर सहित पश्चिमी मप्र में उत्तरी हवाओं के कारण रात का तापमान गिरा हुआ है।
प्रदेश के कई शहरों का तापमान अपने न्यूनतम स्तर पर रिकॉर्ड किया जा रहा है। खासतौर पर राजगढ़ जैसे मैदानी इलाके शामिल हैं। आने वाले दिनों में तापमान में और अधिक गिरावट देखने को मिल सकती है।
Edited By : Chetan Gour