इंदौर। रामकृष्ण मिशन (Ramakrishna Mission), इंदौर के सचिव स्वामी निर्विकारानंदजी (Nirvikaranandji) ने बताया कि स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) सदैव धर्म को व्यावहारिक जीवन में परिणत करने का आग्रह करते थे। स्वामीजी कहते थे कि 'मनुष्यों में साक्षात भगवान के दर्शन भाव से सेवा' करना श्रेयस्कर है।
इसी क्रम में बुधवार, 17 जुलाई को रामकृष्ण मिशन, इंदौर द्वारा नर्मदा तट के दूरस्थ एवं असुलभ ग्राम कोटबुधनी जिला बड़वानी में नाव से जाकर 77 परिवारों के 177 बच्चों को कपड़े और मिठाइयां भेंट की गईं एवं द्वितीय चरण में बच्चों को स्कूल बैग, कॉपियां, पेन, पेंसिल, जूते, मोजे और वाटर बॉटल इत्यादि भेंट की जाएंगी। पूर्व में भी दवाई और अन्य आवश्यक वस्तुओं को भेंट किया गया था।
ज्ञात हो कि रामकृष्ण मिशन, इंदौर द्वारा नर्मदा क्षेत्र के कुछ सरकारी विद्यालयों में गत 3 वर्षों से सतत शिक्षण सामग्री (मेटलिक ग्रीन बोर्ड, टेबल, चेयर, पंखे) भेंट की गई है। इस सेवा कार्य में रामकृष्ण मिशन के स्वामी महातीर्थानंदजी के सान्निध्य में अंकित, मुकेश, पृथ्वीराज, आशुतोष, गणेश, शैलेंद्र और अन्य भक्तगण सम्मिलित हुए।
Edited by: Ravindra Gupta