इंदौर में भारत वन योजना को लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव और विधायक गोलू शुक्ला की पिक्चर फंस गई है। इस बड़े प्रोजेक्ट को लेकर दोनों की बयानबाजी एक दूसरे से अलग नजर आ रही है। दरसअल, हाल ही में महापौर भार्गव ने कहा कि सघन पौधारोपण कर फॉरेस्ट तैयार किया जाएगा। दूसरी तरफ विधानसभा 3 के विधायक गोलू शुक्ला का कहना है कि ऐसी कोई योजना नहीं है। अब इसे लेकर आगे क्या होना है उसे लेकर किसी के पास कोई पुख्ता जवाब नहीं है।
दरअसल, मामला पोलोग्राउंड रामबाग में स्थित मिलिट्री भूमि का है। जहां नगर निगम ने भारत वन प्रस्तावित किया है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव के मुताबिक यहां एक सघन वन (फॉरेस्ट) बनाने के लिए व्यापक पैमाने पर पौधारोपण किया जाएगा। हालांकि यहां के आमजन का कहना है कि यहां प्रशासन भले वन तैयार करे, लेकिन ध्यान रहे कि यह जगह कहीं मनोरंजन स्थल के रूप में न बदल जाए। महापौर ने इस पर लोगों के साथ राय मशविरा कर प्रोजेक्ट को अंजाम देने का आश्वासन दिया था।
विधायक ने कहा कोई प्लान नहीं : महापौर के बयान और इतना सबकुछ होने के बाद दूसरी तरफ क्षेत्र क्रमांक 3 के विधायक ने जो कहा वो महापौर की योजना से ठीक उलट था। दरअसल, इस क्षेत्र को मनोरंजन स्थल में न बदल दिया जाए इस आशय से यहां के रहवासियों ने हाल ही में विधायक शुक्ला से मुलाकात की। विधायक शुक्ला ने कहा कि रहवासी बिल्कुल निश्चिंत रहे, यहां भारत वन जैसी किसी योजना का कोई प्लान नहीं है। उन्होंने रहवासियों को बताया कि जहां प्रस्तावित भारत वन बनाने की बात की जा रही है, वो जमीन मिलिट्री की है और मिलिट्री से अब तक यह जमीन नगर निगम को मिली नहीं है। उन्होंने लोगों से कहा कि अगर भविष्य में ऐसी कोई योजना होगी तो लोगों से चर्चा कर के ही उसे अंजाम दिया जाएगा। बता दें कि हाल ही में मिलिट्री ने इस जमीन पर अपना बोर्ड लगा दिया है, जिससे साफ है कि जमीन अभी भी मिलिट्री के पास है।
लोगों को सता रहा ये डर : दरअसल महापौर के बयान के बाद यहां के रहवासियों को यह डर सता रहा है कि भारत वन के नाम पर कहीं यह पूरा इलाका किसी मनोरंजन स्थल में न तब्दील हो जाए। लोगों का कहना है उन्हें पेड़ लगाने से और इसे सघन वन बनाने से कोई दिक्कत नहीं है। बता दें कि अपने इस डर को लेकर क्षेत्र के रहवासियों ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव से भी चर्चा की थी।
36 एकड़ में बनना है प्रस्तावित : बता दें कि इंदौर के मध्य क्षेत्र में नगर निगम भारत वन विकसित करने की तैयारी कर रहा है। यह 36 एकड़ में तैयार होना है। हाल ही में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शहर के नागरिकों के साथ यहां दौरा किया। महापौर भार्गव ने कहा कि हमारी योजना है कि शहर के मध्य एक ऐसा वन तैयार किया जाए जो शुद्ध पर्यावरण के साथ-साथ इंदौर के लिए फैफडों और ऑक्सीजन की तरह काम करे।
क्या है और क्यों है भारत वन प्रस्तावित : दरअसल, इस क्षेत्र को हरित क्षेत्र में बदले जाने की योजना है। यहां एक बड़ा तालाब भी बनाने की योजना है। यह वन शहर के मध्य हिस्से में कान्ह नदी के किनारे बनेगा। पोलोग्राउंड क्षेत्र में यह वन तैयार होगा। अभी शहर के मध्य हिस्से में सबसे कम हरियाली है और भू-जल स्तर भी कम है। यहां अभी किसी तरह का कोई बड़ा गार्डन भी नहीं है।
क्यों है भारत वन खास : दरअसल, इस भारत वन में देश के विभिन्न राज्यों की जैव विविधता, फ्लोरा-फौना को शामिल किया जाएगा। वहां के पक्षी निवास स्थानों को ध्यान में रखकर विकास कार्य होंगे। कहा जा रहा है कि यह प्रोजेक्ट न सिर्फ पर्यावरण को बढावा देगी, बल्कि इससे जलस्तर भी बढ़ेगा। यहां तक कि महापौर भार्गव इसे लेकर काफी उत्साहित है और उन्होंने इसे इंदौर के लिए एक बड़ी सौगात बताते हुए कहा कि भारत वन आने वाले वर्षों में शहरवासियों के लिए एक शुद्ध श्वास-स्थल और प्राकृतिक आकर्षण का केंद्र बनेगा। तीन माह बाद इसका काम शुरू होगा।
दूसरे राज्यों से मंगवाएं जाएंगे जीव-जंतु : बता दें कि देश के दूसरे राज्यों से भारत वन में जीव-जंतु लाए जाएंगे। विकास के कार्यों में पक्षियों के घर भी बनाए जाएंगे। इस परियोजना से न केवल पर्यावरण को बढ़ावा मिलेगा। बल्कि जलस्तर बढ़ाने में भी सहायक होगी।
Edited By: Navin Rangiyal