ganesh chaturthi

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

Indore: ...जब झाडू उठाकर देश के सबसे स्वच्छ शहर को बुहारते नजर आए नेता व अफसर

Advertiesment
हमें फॉलो करें MP Shankar Lalwani

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

इंदौर (एमपी) , सोमवार, 18 अगस्त 2025 (14:49 IST)
Politicians and officers swept the floor: देश के सबसे साफ-सुथरे शहर इंदौर में सोमवार को सफाईकर्मियों की छुट्टी के दौरान जनप्रतिनिधियों और सरकारी अफसरों समेत समाज के अलग-अलग तबकों के लोगों ने प्रमुख स्थानों पर झाडू लगाई और स्वच्छता के क्षेत्र में जनभागीदारी का संदेश दिया। गोगा नवमी के अगले दिन शहर के सफाईकर्मियों को हर साल सरकारी अवकाश दिया जाता है। इस अवसर पर सांसद शंकर लालवानी (Shankar Lalwani), प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) और महापौर पुष्यमित्र भार्गव (Pushyamitra Bhargava) ने झाडू लगाई।ALSO READ: स्वच्छता सर्वेक्षण : इंदौर लगातार 8वीं बार नंबर 1
 
सांसद लालवानी ने राजबाड़ा चौराहे पर झाडू लगाई : इंदौर के लोकसभा सदस्य शंकर लालवानी (Shankar Lalwani) ने शहर के हृदय स्थल राजबाड़ा चौराहे पर झाडू लगाई। उन्होंने इस मौके पर कहा कि इंदौर के हजारों स्वच्छता मित्र (सफाईकर्मी) हर मौसम में अपनी अथक मेहनत से शहर को साफ-सुथरा रखते हैं। उनके अवकाश के दिन हम इंदौरवासी प्रमुख स्थानों पर खुद झाडू लगाकर स्वच्छता के क्षेत्र में अपना योगदान देते हैं। लोकसभा सदस्य ने कहा कि राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर के लगातार 8वीं बार देश का सबसे साफ-सुथरा शहर चुने जाने का सबसे बड़ा कारण जनभागीदारी ही है।


विजयवर्गीय और भार्गव ने भी लगाई झाडू :  इंदौर नगर निगम के 'स्वच्छता महा-जनभागीदारी अभियान' के तहत प्रमुख स्थानों पर झाडू लगाने वाले नेताओं में प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) और शहर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव (Pushyamitra Bhargava) शामिल थे। इस मुहिम में स्थानीय विधायकों, पार्षदों और सरकारी अफसरों के साथ ही सामाजिक संस्थाओं और गैरसरकारी संगठनों के सैकड़ों प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।(भाषा))ALSO READ: मध्यप्रदेश अब स्वच्छता में देश का बना अग्रदूत : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
 
Edited by: Ravindra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

चुनाव आयोग ने सार्वजनिक किए बिहार मतदाता सूची से हटाए 65 लाख नाम