इंदौर। इंदौर में लगातार कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमितों की संख्या में वृद्धि हो रही है। नए साल के दूसरे दिन संक्रमितों की संख्या ने सैकड़ा पार कर लिया है। कलेक्टर मनीष सिंह ने खुद माना है कि जिस तरह से केस की स्पीड बढ़ रही है, वो खतरनाक है।
इंदौर में कोरोना आउट ऑफ कंट्रोल हो गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में यह संख्या लगातार बढ़ती हुई नजर आ रही है। विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के आधार पर रविवार को 110 नए मरीज सामने आए हैं। कलेक्टर मनीष सिंह ने खुद माना है कि जिस तरह से केस की स्पीड बढ़ रही है, वो खतरनाक है। दोगुनी-तिगुनी स्पीड से केसेस बढ़े हैं। ऐसी स्थिति में आने वाले समय में पाबंदियां लगाएंगे।
शादियों में लिमिट फिक्स करेंगे। बड़े आयोजनों और रैलियों पर रोक लगाएंगे।तीसरी लहर की दस्तक के साथ एक हफ्ते में ही इंदौर की तस्वीर बदल गई है। नए संक्रमितों की संख्या सात दिन में बढ़कर दोगुने से ज्यादा हो गई है। रिकवर होने वालों की संख्या आधी रह गई है। 24 घंटे में 110 संक्रमित मिले हैं। 206 दिन बाद पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा तीन अंकों में आया है।
इससे पहले 10 जून 2021 को 117 मरीज मिले थे। शहर में पांच दिन में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर पांच गुना हो गई है। रविवार तक यह संख्या 438 तक पहुंच गई। संक्रमण दर 1.58 फीसदी हो गई है। 1 जनवरी को 80 मरीज मिले थे। 2 जनवरी को यह आंकड़ा 100 पार जाने पर प्रशासन की नींद उड़ गई है।
दूसरी लहर में जिस तरह से हाहाकार मचा था और इलाज में फजीहत हुई थी, इस बार प्रशासन ने कमर कस ली है। रविवार को ठीक होने पर 21 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया। यह बात जरूर है कि अधिकांश मरीज एसिम्प्टोमैटिक ही आ रहे हैं।
जिन संक्रमित के घर अलग से रूम और टॉयलेट हैं और हालत गंभीर नहीं है, उन्हें होमआइसोलेट किया जा रहा है।शहर में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए प्रशासन ने सख्ती का निर्णय लिया है। मास्क नहीं लगाने वाले लोगों को जुर्माना देना होगा।
पब्लिक प्लेसेस में सोशल डिस्टेंस रखना होगा। लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की भी अपील की जा रही है। वहीं प्रदेश में लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा स्थानीय प्रशासन को सख्ती करने के निर्देश भी दिए जा रहे हैं।