इंदौर (मध्यप्रदेश)। इंदौर में शीतलहर के प्रकोप के बीच 50 साल के बेघर व्यक्ति की बुधवार को कथित तौर पर ठंड से मौत हो गई। क्षेत्रीय लोगों ने जब बुधवार सुबह पेंटर को जगाया, तो उसके अकड़े हुए शरीर में कोई हरकत नहीं हुई। पेंटर के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और उसकी मौत को लेकर विस्तृत जांच जारी है।
पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। तुकोगंज पुलिस थाने के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) राकेश सिंह परिहार ने बताया कि रमाकांत (50) का अकड़ा हुआ शव दुबे का बगीचा क्षेत्र में एक व्यक्ति के घर के बाहर मिला।
एएसआई ने बताया कि रमाकांत रंगाई-पुताई का काम करके गुजारा करते थे। परिहार ने बताया कि दुबे का बगीचा में पिछले चार साल से अकेले दिखाई देने वाले रमाकांत के पास सिर छिपाने का कोई आसरा नहीं था, और वह हर रोज की तरह मंगलवार की रात को खुले आसमान के नीचे सो गए थे।
उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय लोगों ने जब बुधवार सुबह पेंटर को जगाया, तो उसके अकड़े हुए शरीर में कोई हरकत नहीं हुई। एएसआई ने कहा, रमाकांत के शव पर चोट का कोई निशान नहीं है और ऐसा लगता है कि उनकी मौत ठंड से ही हुई है।
परिहार ने बताया कि पेंटर के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और उसकी मौत को लेकर विस्तृत जांच जारी है।
गौरतलब है कि इस बेघर व्यक्ति की मौत ऐसे वक्त हुई है, जब इंदौर नगर निगम का अमला आठ से 10 जनवरी के बीच आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारियों में जुटा है और स्थानीय निवासियों की शिकायत है कि बेघर लोगों के लिए प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था नजर नहीं आ रही है।
इस बारे में पूछे जाने पर शहर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा, वैसे तो रैन बसेरों में हमेशा अलाव की व्यवस्था होती है, लेकिन आप (मीडिया) इस व्यवस्था के अभाव की बात कह रहे हैं, तो हम उचित निर्देश जारी कर इस विषय में पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित करेंगे।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इंदौर में मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर के मुकाबले दो डिग्री सेल्सियस घटकर 7.3 डिग्री सेल्सियस रह गया और यह इस मौसम की सबसे सर्द रात थी।
अधिकारी ने बताया कि शहर में शीतलहर का प्रकोप बुधवार को भी जारी रहा और दिन का अधिकतम तापमान सामान्य स्तर से छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 19.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)