Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

इंदौर में अब नया विवाद, लगा गजवा-ए-हिंद का पोस्टर, हिंदू संगठनों में आक्रोश

हमें फॉलो करें इंदौर में अब नया विवाद, लगा गजवा-ए-हिंद का पोस्टर, हिंदू संगठनों में आक्रोश

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, सोमवार, 4 नवंबर 2024 (23:04 IST)
Indore MP News : मध्य प्रदेश के इंदौर से छत्रीपुरा के बाद नया विवाद सामने आया है। शहर के कागदीपुरा इलाके में एक मस्जिद के ऊपर 'गजवा-ए-हिंद' का पोस्टर लगाया गया है। पोस्टर पर हिंदू संगठनों ने आपत्ति जाहिर करते हुए पुलिस और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इससे पहले दीपावली के अगले दिन छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में पटाखा चलाने को लेकर 2 पक्षों में जमकर विवाद हुआ था।

खबरों के अनुसार, शहर के कागदीपुरा इलाके में एक मस्जिद के ऊपर 'गजवा-ए-हिंद' का पोस्टर लगान से माहौल फिर गरमा गया है। दीपावली के अगले दिन इलाके के जिस हिस्से में सांप्रदायिक तनाव हुआ था, उसी क्षेत्र में ‘गजवा-ए-हिंद’ के इस पोस्‍टर ने नया विवाद खड़ा कर दिया है।
ALSO READ: इंदौर में 2 पक्षों में विवाद, जमकर तोड़फोड़, भारी पुलिस बल तैनात
इसके बाद इलाके की विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ के पुत्र व नगर भाजपा उपाध्यक्ष एकलव्य सिंह गौड़ ने कड़ा विरोध जताया। उन्होंने इस मामले को लेकर पुलिस और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। एकलव्य गौड़ ने कहा कि ये पोस्टर आतंक को दर्शाने वाला है।

एकलव्य ने इस पोस्टर का फोटो व वीडियो सोशल मीडिया एक्स अकाउंट, फेसबुक व ट्विटर पर पोस्ट कर दिया। नाराजगी के बाद पुलिस ने पोस्टर को हटवाया। फिलहाल इस मामले को लेकर पुलिस अलर्ट मोड में है। मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक, गजवा-ए-हिंद में गजवा का मतलब है इस्लाम को फैलाने के लिए की जाने वाली लड़ाई। इस लड़ाई में शामिल होने वालों को ‘गाजी’ कहा जाता है।
ALSO READ: इंदौर के MGM मेडिकल कॉलेज में हैलोवीन पार्टी, दीवारों पर उकेरे गए अश्लील चित्र
गौरतलब है कि दीपावली के अगले इंदौर के छत्रीपुरा इलाके में पटाखा चलाने को लेकर जमकर विवाद हुआ था। इसी बात को लेकर कुछ लोगों में बहस होने लगी। देखते ही देखते झगड़ा इतना बढ़ गया कि बेकाबू भीड़ ने पथराव कर दिया और गाड़ियों में आग लगा दी।
Edited By : Chetan Gour

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बीच में छोड़ना पड़ेगा पद?