Data Visualization Workshop: डेटा विजुअलाइजेशन (Data Visualization) सिर्फ एक कौशल नहीं है, आज की डेटा संचालित दुनिया में यह एक रणनीतिक संपत्ति है। आज की दुनिया में डेटा हमें अपने उपभोक्ता (consumer) को समझने में मदद करता है। आज का विज्ञापन उपभोक्ताओं की रुचि, व्यवहार और पसंद-नापसंद पर निर्भर करता है। सही उपयोगकर्ता के लिए सही समय पर और सही ज्ञान के साथ सही जानकारी तक पहुंचना बहुत महत्वपूर्ण है।
ये उदगार 'बिजनेस एनालिटिक्स' विषय विशेषज्ञ, जयपुरिया विश्वविद्यालय के डॉ. नितिन मरह ने श्री वैष्णव इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (एसवीआईएम) में गूगल डैशबोर्ड के साथ डेटा विजुअलाइजेशन के 6 दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर कही।
संस्थान के डायरेक्टर डॉ. जॉर्ज थॉमस ने कार्यशाला के सराहना करते विद्यार्थियों से उससे जुड़े प्रश्न भी पूछे और उन्हें उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने कहा की यह कार्यशाला उनकी निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाएगी और उनकी शैक्षणिक और व्यावसायिक सफलता में मदद करेगी।
कार्यशाला के संयोजक एवं रिसोर्स पर्सन मैनेजमेंट विभाग के प्रमुख डॉ. अभिजीत चटर्जी थे। कार्यशाला में डेटा विजुअलाइजेशन के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया जिसमें डेटा आयात, परिवर्तन और इंटरेक्टिव डैशबोर्ड का निर्माण, डेटा विश्लेषण और अंतरदृष्टि शामिल हैं जिससे प्रतिभागियों को Google डैशबोर्ड की जटिलताओं की गहन समझ प्रदान की गई।
समापन समारोह में प्रतिभागियों ने कार्यशाला के बारे में अपनी प्रतिक्रिया भी साझा की। कार्यशाला को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। मंच का संचालन चांदनी केशवानी ने किया। कार्यक्रम में कम्प्यूटर साइंस की विभागाध्यक्ष डॉ. क्षमा पैठणकर, मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डॉ. दीपा कटियाल, प्राध्यापकगण एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यशाला के सहसंयोजक सोमेश्वर जोशी और स्वाति गुप्ता थे।
Edited by: Ravindra Gupta