इंदौर। इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कार्यवाही करते हुए अधिक मुनाफे का लालच देकर ठगी करने वाले एक गिरोह के 8 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर 3 आरोपियों को हिरासत में लिया है। वहीं फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। आशंका है कि जल्द ओर भी पीड़ित लोग सामने आ सकते हैं।
फर्जी डीलरशिप के नाम पर गोरखधंधा इन दिनों इंदौर में बड़ी तेजी से चल रहा है, वहीं फर्जी फ्रेंचाइजी देने वाले ऑल इंडिया में लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं, वहीं इसी कड़ी में इंदौर क्राइम ब्रांच को तमिलनाडु निवासी दिलीप कुमार ने शिकायत की थी कि फ्रेंचाइजी की डीलरशिप के नाम पर ड्रीम हब कंपनी ने धोखाधड़ी की है।
यह कंपनी कंप्यूटर कोचिंग सेंटर के नाम से संचालित हो रही थी। कोचिंग सेंटर के संचालक अमरीश कक्के, उमेश चौहान, अनिल शर्मा, महेश पाटीदार सहित अन्य लोगों ने इलेक्ट्रॉनिक, कास्मेटिक सहित अन्य आयटम की फ्रेंचाइजी देने और अधिक मुनाफे का लालच देकर पैसे ले लिए और बाद में कुछ माल नहीं दिया।
इस मामले की जांच इंदौर क्राइम ब्रांच ने खजराना पुलिस को सौंपी थी। जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं अभी तक इंदौर क्राइम ब्रांच ने फर्जी फ्रेंचाइजी देने वालों पर 17 जगह कार्यवाही कर 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
डीसीपी निमिष अग्रवाल ने आम जनता से अपील की है कि फर्जी फ्रेंचाइजी देने के नाम कोई भी लालच दे तो उनके बहकावे में न आएं, बल्कि सीधे इंदौर क्राइम ब्रांच में शिकायत करें।