नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट करने में जुटी ममता बनर्जी को उस समय बड़ा झटका लगा जब आम आदमी पार्टी और टीआरएस ने विपक्षी दलों की बैठक से किनारा कर लिया।
मीडिया खबरों के अनुसार, आम आदमी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही इस मुद्दे पर विचार करेगी। वहीं टीआरएस भी बैठक से दूर रहेगी। हालांकि इस बैठक में कांग्रेस के शामिल होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष के 22 नेताओं को चिट्ठी भेजकर 15 जून को बुलाई संयुक्त बैठक है।
ममता ने विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ मजबूत और प्रभावी विपक्ष की पहल के साथ एक संयुक्त बैठक में भाग लेने के लिए विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों और नेताओं से संपर्क किया है। राजधानी के कंस्टीट्यूशन क्लब में आज ममता बनर्जी के आह्वान पर सभी विपक्षी दल जुटेंगे।
इससे पहले ममता की शरद पवार के साथ हुई मुलाकात के बारे में बताते हुए माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि हमने शरद पवार को संयुक्त उम्मीदवार बनने के लिए मनाया, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया।
उल्लेखनीय है कि निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को घोषणा की कि राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा। इस चुनाव में निर्वाचक मंडल के 4,809 सदस्य सांसद और विधायक शामिल हैं, जो कि रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी का चुनाव करेंगे।