गणेशजी को प्रिय राजशाही मोदक
मोदक भगवान श्री गणेश का प्रिय व्यंजन है। इसलिए गणेशजी को इसका भोग अवश्य लगाना चाहिए। श्री गणेशजी इस प्रसाद से भक्तों पर प्रसन्न होते हैं एवं उनकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं। पाठकों के लिए प्रस्तुत है मोदक बनाने की 5 सरल व्यंजन विधियां।
सामग्री :
150 ग्राम नारियल बूरा, 250 ग्राम मैदा, 250 ग्राम शक्कर का बूरा, 1 चम्मच इलायची पावडर, एक छोटा कप अथवा कटोरी काजू-बादाम की कतरन, एक छोटा आधा कप किशमिश, मोयन के लिए तेल अथवा घी, तलने के लिए घी अलग से।
विधि :
सबसे पहले मैदे को छान कर उसमें मोयन डालकर उसका कड़ा आटा गूंथ लें। तत्पश्चात खोबरा और शक्कर का बूरा, इलायची, काजू-बादाम की कतरन, किशमिश आदि सारी सामग्री मिक्स करके अलग बर्तन में रख लें।
फिर तैयार मैदे की इक्कीस लोइयां बना लें। हर लोई को हल्के हाथ से थोड़ा-सा बेलकर उसमें आवश्यकतानुसार भरावन सामग्री भरें और मोदक के आकार देते हुए उसका मुंह बंद कर दें। इस तरह सभी मोदक बना कर रख लें।
अब कड़ाही में घी गर्म करके कम आंच पर सभी मोदक तल लीजिए। तैयार गणेशजी के प्रिय मोदक को प्रसाद में चढ़ाएं।
डेढ़ कप किसा हुआ नारियल, दो बड़े चम्मच घी, एक कप सूजी, एक कप शक्कर, पानी आवश्यकता नुसार, अन्य सामग्री- चुटकी भर मीठा पीला रंग, 5-10 पिस्ता, इलायची पावडर आदि।
एक मोटी तल वाली कड़ाही में घी गरम करके छनी हुई सूजी को हल्का भूरा होने तक सेक लें। अब इसमें किसा हुआ नारियल डालें और थोड़ा सेक लें।
तत्पश्चात एक दूसरे पैन में शक्कर-पानी मिलाकर चाशनी बनाएं। ध्यान रहें चाशनी एक तार की हो। अब इसमें मीठा रंग, इलायची मिला लें और उसमें सूजी-नारियल का मिश्रण डालें और अच्छी तरह से मिला लें। फिर थोड़ी देर ढंक कर रखे और ठंडा होने दें।
मिश्रण गुनगुना होने पर सभी के मोदक बना लें। ऊपर से एक पिस्ता मोदक के मुंह पर चिपका दें और तैयार स्वादिष्ट नारियल-सूजी के मोदक प्रसाद में उपयोग में लाएं।
स्वादिष्ट स्वीट राइस मोदक
1 कप चावल का आटा, 1 कप बारीक किया हुआ गुड़, 1 कप खोपरे का बूरा, पाव कटोरी मेवे (काजू-किशमिश-बादाम की कतरन), इलायची पावडर आधा चम्मच, चुटकी भर नमक और घी।
विधि :
सबसे पहले एक कड़ाही में गुड़ पिघला लें तथा उसे थोड़ा गाढ़ा होने दें। फिर उसमें खोपरे का बूरा मिलाकर हल्के से भून लें। अब इस मिश्रण में मेवे की कतरन डालें, मिलाएं और आंच से उतार कर ठंडा होने के लिए रख दें।
तत्पश्चात चावल के आटे को पानी की सहायता से नरम गूंथ कर थोड़ी देर ढंक कर रख दें। अब आटे की छोटी-सी लोई हाथ में लेकर फैलाएं, ऊपर से एक छोटा चम्मच मिश्रण रखकर मोदक का आकार सभी मोदक तैयार कर लें। एक कड़ाही में घी गरम करके धीमी आंच पर सभी मोदक तल लें। लीजिए तैयार मेवे भरे चावल के लजीज मोदक से भगवान को भोग लगाएं।
एक कटोरी मैदा, एक कटोरी तिल, एक से डेढ़ कटोरी गुड़ बारीक किया हुआ, मेवे की बारीक कतरन पाव कटोरी, थोड़ी-सी इलायची पावडर, घी तलने के लिए।
विधि :
मैदे में एक बड़ा चम्मच घी का मोयन देकर आटा गूंथ लें। तत्पश्चात तिल को सेंक कर मिक्सी में हल्के से बारीक कर लें। एक बर्तन में गुड़ की चाशनी तैयार करके आंच से उतार लें। अब उसमें तिल, मेवे की कतरन और इलायची मिला लें। फिर मैदे की छोटी-छोटी लोइयां बना कर हल्के से बेलें और उसमें तिल-गुड़ का मिश्रण भर कर मोदक बना लें।
ध्यान रहे मिश्रण थोड़ा नरम ही रहें। सभी मिश्रण के मोदक बन जाने पर गरम घी में धीमी आंच पर तल लें। तैयार तिल-गुड़-मेवे के स्वादिष्ट मोदक से भगवान को भोग लगाएं।
1 प्याला फीकी बूंदी, डेढ़ प्याला मावा, 1 प्याला पिसी हुई चीनी, दूध 1/2 प्याला, सजाने के लिए बादाम।
विधि :
पहले मावे को हाथ से अच्छी तरह मसल लें। एक कड़ाही में मावा डालकर 5 मिनट तक धीमी आंच पर भून लें। अब उसमें चीनी डालकर अच्छी तरह मिलाएं, फिर बूंदी डालें और दूध का छींटा बार-बार लगाते रहें।
जब मिश्रण एक जैसा हो जाए तो आंच से उतार कर ठंडा होने दें। अब उसके गोल-गोल मोदक बना लें। सजाने के लिए प्रत्येक मोदक पर एक-एक बादाम चिपकाएं और सर्व करें।