बारिश में महाराष्ट्र के ये झरने और आसपास की हरियाली देखकर दिल कह उठेगा वाह, ज़रूर एक्सप्लोर करें
मानसून में महाराष्ट्र के ये वॉटरफॉल बन जाते हैं बहुत खूबसूरत और दिलकश
मानसून में घूमने का एक अलग ही मजा होता है। महाराष्ट्र जिस तरह कई प्राचीन फोर्ट्स, महलों, गुफाओं और मंदिरों के लिए जाना जाता है, ठीक उसी तरह यह राज्य प्राकृतिक पर्यटन स्थलों के लिए भी पूरी दुनिया में फेमस स्थान माना जाता है।
महाराष्ट्र हिंदुस्तान का एक प्रमुख राज्य होने साथ एक लोकप्रिय पर्यटन केंद्र भी है। इसे 'गेटवे ऑफ द हार्ट ऑफ इंडिया' के नाम से भी जाना जाता है। महाराष्ट्र में स्थित कुछ जगहों की खूबसूरती मानसून में इस कदर लुभाती है कि देश के हर कोने से पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते हैं। इस लेख में हम आपको महाराष्ट्र के कुछ ऐसे वॉटरफॉल के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां मानसून में घूमना किसी जन्नत से कम नहीं लगता है। यहां आप परिवार, दोस्त या पार्टनर के साथ पहुंच सकते हैं।
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चाइनामैन फॉल्स
महाराष्ट्र में स्थित चाइनामैन फॉल्स सतारा जिले के महाबलेश्वर हिल स्टेशन में स्थित सबसे खूबसूरत और सुरम्य झरनों में से एक है। मानसून के समय इसकी खूबसूरती चरम पर होती है और यहां राज्य के हर कोने से पर्यटक पहुंचते हैं। इस वॉटरफॉल में जब 5 सौ फीट की ऊंचाई से जमीन पर पानी गिरता है, तो आसपास का नजारा सिर्फ और सिर्फ निहाराने का ही मन करता है। मानसून में वॉटरफॉल के आसपास की हरियाली भी सैलानियों को खूब आकर्षित करती है।
माथेरान वॉटरफॉल
महाराष्ट्र में माथेरान एक शानदार पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। मानसून में इस हिल स्टेशन एक्सप्लोर करना कई लोगों का सपना होता है। इसे महाराष्ट्र का रोमांटिक हिल स्टेशन भी माना जाता है।
माथेरान में आप पांडवकड़ा झरना, मदाप झरना, दोधानी झरना और आनंदवाड़ी झरना को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं।
ठोसघर वॉटरफॉल
ठोसघर जिसे कई लोग थोसेघर झरना के नाम से भी जानते हैं। महाराष्ट्र के सबसे ऊंचे वॉटरफॉल में से एक माना जाता है। यह कोंकण क्षेत्र के किनारे पर सतारा शहर से 20 किमी दूर स्थित है।
ठोसघर वॉटरफॉल में करीब एक हजार से भी अधिक फीट की ऊंचाई से जमीन पर पानी गिरता है। ठोसघर वॉटरफॉल को रोमांटिक प्लेस भी माना जाता है, इसलिए यहां कई कपल्स घूमने के लिए पहुंचते हैं। इस वॉटरफॉल के आसपास का इलाका ट्रेकिंग के लिए भी खूब लोकप्रिय माना जाता है।
नानेघाट वॉटरफॉल
मानसून में इस वॉटरफॉल की खूबसूरती चरम पर होती है। मानसून में इस वॉटरफॉल के आसपास की हरियाली भी सैलानियों को खूब आकर्षित करती है। नानेघाट वॉटरफॉल के बारे में कहा जाता है कि जिस किसी एक मानसून में एक वॉटरफॉल को देखा लिया वो दुनिया के किसी भी वॉटरफॉल को भूल जाएगा। यह एक ऐसा वॉटरफॉल है, जिसका पानी नीचे तो गिरता है, लेकिन चंद सेकेंड में ऊपर उड़ने लगता है। जी हां, भारत में इसे उल्टा बहता वॉटरफॉल माना जाता है।