Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

Labour Day 2024 : 1 मई को क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस?

हमें फॉलो करें Labour Day 2024 : 1 मई को क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस?

WD Feature Desk

, मंगलवार, 30 अप्रैल 2024 (13:24 IST)
International Workers Day 
 
HIGHLIGHTS
 
• अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस हर साल 1 मई को मनाया जाता है। 
• क्यों मनाया जाता है श्रमिक दिवस।
• मजदूर दिवस का इतिहास क्या है। 
 
1st May Labour Day : प्रतिवर्ष एक मई को अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है। इसे श्रमिक दिवस या मई दिवस भी कहा जाता है। यह दिन विशेष तौर पर राष्ट्र निर्माण में श्रमिकों की भागीदारी के लिए याद किया जाता है। मजदूरों की भलाई के लिए काम करना, मजदूरों में उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता लाना और उन्हें उनके कार्य का उचित मानदेय दिलाना ही इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य है। 
 
मजदूर दिवस का इतिहास और शुरुआत : आपको बता दें कि दुनिया में पहली बार मजदूर दिवस 1 मई 1886 में मनाया गया, तथा भारत में यह पहली बार 1 मई 1923 को मनाया गया था। बात सन् 1886 की, जब शिकागो में मजदूरों ने बड़ी हड़ताल की और उनकी यह मांग थी कि उनके काम करने की अवधि 8 घंटे हो और सप्ताह में 1 दिन छुट्टी दी जाए। 
 
उस प्रदर्शन के दौरान एक व्यक्ति ने बम फोड़ दिया, जिससे उस जगह अफरा-तफरी मच गई और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने मजदूरों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। इस घटना में कई मजदूरों के साथ कुछ पुलिस अफसर भी मारे गए। 
 
यह मामला कोर्ट में गया, जिसके फैसले के बाद 4 मजदूरों को सरेआम फांसी दी गई और यह घटना दुनियाभर के लोगों के आक्रोश का कारण बनी। जहां फांसी दी गई, उस जगह को हेमार्केट कहा जाता था, इस जगह पर बाद के वर्षों में कई प्रदर्शन करके उनके माध्यम से शहीदों के बलिदानों को याद किया गया। 
 
बाद में पेरिस की अंतराष्ट्रीय महासभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया कि 1 मई को अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाए, तभी से दुनिया के 80 देशों में मई दिवस को अवकाश के रूप में मनाया जाने लगा। आज भी इस दिन विभिन्न सेमिनारों और रैलियों के माध्यम से मजदूरों के हक में आवाज उठाई जाती है तथा दुनिया के 80 देशों में इस दिन छुट्टी दी जाती है। 
 
इसके पश्चात भारत में पहली बार 1 मई 1923 को मजदूर दिवस चेन्नई में मनाया गया, जिसकी शुरुआत लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तान के नेता कामरेड सिंगरावेलू चेट्यार ने की थी। चेट्यार की अध्यक्षता में मद्रास हाईकोर्ट के सामने बड़ा प्रदर्शन किया गया और यह संकल्प लिया गया कि 1 मई का दिन मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाए, तब से अब तक 1 मई को मजदूर या श्रमिक दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन भारत में भी राष्ट्रीय अवकाश होता है।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

webdunia
International Labor Day
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

वर्कआउट करते समय क्यों पीते रहना चाहिए पानी? जानें इसके फायदे