हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह की पूर्णिमा के दिन होली का पर्व मनाया जाता है और पंचमी को रंग पंचमी मनाई जाती है। होली का त्योहार मनाने का कई कारण है। परंपरागत रूप से, यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पांच प्रमुख घटनाएं हुई थी जिसके चलते होली का त्योहार पांच दिन तक मनाते हैं।
1. इस दिन असुर हरिण्याकश्यप की बहन होलिका दहन हुआ था। प्रहलाद बच गए थे। इसी की याद में होलिका दहन किया जाता है। यह होली का प्रथम दिन होता है।
2. इस दिन शिव ने कामदेव को भस्म करने के बाद जीवित किया था।
3. इस दिन कृष्ण ने राधा पर रंग डाला था। इसी की याद में रंग पंचमी मनाई जाती है।
4. चौथा त्रैतायुग के प्रारंभ में विष्णु ने धूलि वंदन किया था। इसकी याद में धुलेंडी मनाई जाती है।
5. पांचवां इसी दिन राजा पृथु ने राज्य के बच्चों को बचाने के लिए राक्षसी ढुंढी को लकड़ी जलाकर आग से मार दिया था।