डिफेंस बजट पर हिन्दी कविता

डॉ. रामकृष्ण सिंगी
खबर है कि डिफेंस बजट में बढ़ोतरी के ऐलान में। 
षड्यंत्र देख उभरा है जनविरोध पाकिस्तान में।
 
भोली, नासमझ जनता को रखा जाता रहा है वहां,
किसी न किसी भुलावे में। 
कभी धर्म के, कभी जिहाद के बहकावे में।
 
सेना कुतर-कुतरकर करती रही है निरंतर राष्ट्र को खोखला। 
परजीवी ऑक्टोपस जैसी, देकर पड़ोसी देश से खतरे का हवाला।
 
आतंकवादी समूहों का कहर फैला हुआ है वहां हर गांव, हर शहर में। 
जैसे हवा में प्रदूषण का जहर फैल जाता है देशभर में।
 
अर्थव्यवस्था है दिवालिया, भारी कर्जे में देश,
कर-संग्रह नगण्य, जनमानस परेशां है। 
उस आत्मघाती देश के लिए कोई सूरत-ए-निजात कहां है।
 
चीनी अजगर निगल रहा है उसकी धरती, किसी न किसी बहाने से। 
इकॉनॉमिक कॉरिडोर का झांसा देकर (या समृद्धि के सपने दिखा)
ग्वादर पोर्ट के बन जाने से।
 
अब भारत-चीन की निकटता, उनके लिए अनपेक्षित असमंजस है। 
इन उजागर होते धोखों से जन-मन में खलबली है, कशमकश है।
 
ताजा खबर है कि पहली बार रक्षा बजट बढ़ाए जाने पर जनविरोध की सुगबुगाहट है। 
गर यह सच है तो वहां यह जनचेतना की स्वागतयोग्य आहट है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

पार्टनर के लिए 20 बेहतरीन रोमांटिक गुड मॉर्निंग लव शायरी और कोट्स

भारत में कैसे आता है मॉनसून? समझिए बारिश का पूरा विज्ञान

बरखा की बूंदों में भीगी ये शायरी पढ़ कर दिल हो जाएगा तरोताजा

हेयर ट्रांसप्लांट ने लील ली 2 जिंदगियां, जानिए कितनी सेफ है ये सर्जरी, संभावित खतरे और किन लोगों को नहीं करवाना चाहिए ट्रांसप्लांट

प्री-मॉनसून और मॉनसून में क्या होता है अंतर, आसान भाषा में समझिए

सभी देखें

नवीनतम

गर्मियों में सनस्क्रीन के फायदे देती है घर पर बनने वाली ये लाल ड्रिंक, जानिए कैसे बनाएं

अपनी बेटी को दें वेदों से प्रेरित सुंदर नाम, जानें उनके गहरे अर्थ

घर के चिराग को दें वेदों से प्रभावित नाम, दीजिए बेटे के जीवन को एक सार्थक शुरुआत

प्रधानमंत्री का संदेश आतंकवाद के विरुद्ध मानक

मोहब्बत, जिंदगी और सियासत पर राहत इंदौरी के 20 दमदार और मोटिवेशनल शेर

अगला लेख