Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

वर्ष 2023 के लिए शिवना प्रकाशन के प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा

अंतर्राष्ट्रीय शिवना सम्मान-यतीन्द्र मिश्र, शिवना कृति सम्मान-स्नेह पीयूष को

हमें फॉलो करें Shivna Prakashan

WD Feature Desk

Shivna Prakashan
शिवना प्रकाशन द्वारा दिए जाने वाले प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा कर दी गई है। शिवना प्रकाशन के ऑनलाइन आयोजन में वर्ष 2023 के लिए यह सम्मान दिए जाने की घोषणा की गयी है। सम्मान समारोह 30 मार्च 2024 को सीहोर के क्रीसेंट क्लब एंड रिसॉर्ट में आयोजित किया जाएगा। 
 
शिवना सम्मानों के लिए बनाई गई चयन समिति के संयोजक, पत्रकार तथा लेखक आकाश माथुर ने जानकारी देते हुए बताया कि शिवना द्वारा दो सम्मान प्रदान किए जाते हैं। एक 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना सम्मान' जो वर्ष भर में सभी प्रकाशनों द्वारा प्रकाशित साहित्य की सभी विधाओं की पुस्तकों में से निर्णायकों द्वारा चयनित एक पुस्तक को प्रदान किया जाता है। तथा दूसरा 'शिवना कृति सम्मान' जो वर्ष भर में शिवना प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तकों में गुणवत्ता तथा विक्रय के सम्मिलित आधार पर एक पुस्तक को प्रदान किया जाता है। 
 
वर्ष 2023 के लिए इन सम्मानों की घोषणा हिन्दी की वरिष्ठ लेखिका तथा शिवना प्रकाशन संचालक मंडल की सदस्य सुधा ओम ढींगरा ने अमेरिका से ऑनलाइन की। 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना सम्मान' वाणी प्रकाशन से प्रकाशित जीवनीपरक पुस्तक 'गुलज़ार साब' के लिए हिन्दी के प्रतिष्ठित गद्यकार यतीन्द्र मिश्र को प्रदान किया जायेगा। 'शिवना कृति सम्मान' कविता संग्रह 'इतना तुम मय होकर' के लिए लेखक स्नेह 'पीयूष' को प्रदान किया जायेगा। ऑनालाइन इन सभी सम्मानों की घोषणा करते हुए सुधा ओम ढींगरा ने सभी सम्मानित होने वाले लेखकों को बधाई प्रदान की। 
 
इस अवसर पर साहित्यकार पंकज सुबीर तथा शिवना प्रकाशन के संचालक शहरयार भी ऑनलाइन आयोजन में उपस्थित थे। वर्ष 2021 तथा 2022 के सम्मानों की घोषणा पिछले वर्ष ही की जा चुकी है। आकाश माथुर ने बताया कि 30 मार्च 2024, शनिवार को सीहोर के क्रीसेंट क्लब एंड रिसॉर्ट में एक गरिमामय सम्मान समारोह में इन तीनों वर्षों के सम्मानित रचनाकारों को यह सम्मान प्रदान किये जायेंगे।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

एक्सरसाइज करते समय ये 5 गलतियां बन सकती हैं हार्ट अटैक का कारण