योग दिवस पर एक शादीशुदा की कलम से निकली यह चुटीली रचना

Webdunia
योग दिवस को मैं कुछ इस तरह से मना रहा हूं,
रात उसके पैर दबाए थे, अब पोंछा लगा रहा हूं।
 
धो रहा हूं बर्तन और बना रहा हूं चपाती,
मेरे ख्याल से यही होती है कपालभाति।
 
एक हाथ से पैसे देकर, दूजे हाथ में सामान ला रहा हूं मैं,
और इस प्रक्रिया को अनुलोम-विलोम बता रहा हूं मैं।
 
सुबह से ही मैं घर के सारे काम कर रहा हूं,
बस इसी तरह से यारों प्राणायाम कर रहा हूं।
 
मेरी सारी गलतियों की जालिम ऐसी सजा देती हैं,
योगों का महायोग अर्थात मुर्गा बना देती है।
 
हे मोदी, हे रामदेव अगर आप गृहस्थी बसाते,
तो हम योग दिवस नहीं, पत्नी दिवस मनाते।

साभार : सोशल मीडिया
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

बॉलीवुड हलचल

बाबिल खान के ब्रेकडाउन वीडियो पर करण जौहर का रिएक्शन आया सामने, बोले- मुझे भी उतना ही बुरा लगा जितना...

जानिए कौन हैं आमिर खान स्टारर सितारे जमीन पर' के शाइनिंग सितारे?

नितेश तिवारी की रामायण में हुई काजल अग्रवाल की एंट्री, निभाएंगी रावण की पत्नी मंदोदरी का किरदार!

बचपन में विक्की कौशल को थी यह अजीब आदत, भाई सनी ने खोला था राज

दीपिका कक्कड़ को हुई गंभीर बीमारी, एक्ट्रेस के लिवर में टेनिस बॉल जितना बड़ा ट्यूमर

सभी देखें

जरूर पढ़ें

रेड 2 मूवी रिव्यू: रेड की परछाई में भटकी अजय देवगन की एक औसत फिल्म

बॉडीकॉन ड्रेस पहन पलक तिवारी ने फ्लॉन्‍ट किया कर्वी फिगर, लिफ्ट के अंदर बोल्ड अंदाज में दिए पोज

मोनोकिनी पहन स्विमिंग पूल में उतरीं राशि खन्ना, बोल्ड अदाओं से इंटरनेट पर मचाया तहलका

मोनालिसा ने फिर गिराई बिजलियां, जंप सूट में शेयर की सुपर हॉट तस्वीरें

जाट मूवी रिव्यू: सनी देओल का ढाई किलो का हथौड़ा और सॉरी बोल का झगड़ा

अगला लेख