मकर संक्रांति के दिन शालू की सुंदर सहेली घर आई।
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शालू का पति वहीं बैठा,
... और अपनी पत्नी की सहेली को टकटकी लगाकर देख रहा था...
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कुछ देर बाद प्रेशर कुकर की 10 सीटियां बज गई पर शालू वहां से टस की मस नहीं हुई...
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अब पति से रहा नहीं गया और बोला...
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पति- किचन में देखो, दाल जल जाएगी।
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शालू ने गुर्राते हुए कहा- जल जाने दो, पर आज मैं तुम्हारी दाल नहीं गलने दूंगी...।