मामाजी "लाडला भेरु" योजना बी लाओ..हमने क्या बिगाड़ा है
..आये दिन ये योजना..वो योजना..इसको इत्ते मिलेंगे..उसको इत्ते मिलेंगे..पर मिलिंगे सिरीफ लड़कियों ने महिलाओं को..
.."पापा की परि" होन को दे दो सब..ने हम "मम्मी के चिमगादड़" होन क्या नदी की पूर मे से बे के आये हैँ.?
उनको एक आसमान की परि मम्मी के सिरहाने रख के गयी..तो हमको क्या कोई राक्षस रखने आया था.?
मामाजी बस बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ
ने बेटे होन का दुख कोन समझेगा..हमने तो घर से स्कूल तक खूब जूते खाये..अरे हम तो बिना गलती के बी बाप के जूते खा चुके..ने मम्मी के कलेज़े के टुकड़े रिये तो बी पिताजी से मम्मी की बिगड़ जाये, पापड़ का आटा ढीला रह जाये..अचार बिगड़ जाये तो हमारी कुटाई हो जाती..
काका,फूफा,ताऊ,पड़ोसी अंकल तक को छूट थी के कूटा करो इसको..
मार साब होन तो बिना देखे हमारे पे रसीद फाड़ देते थे..
..यातायात पुलिस देखो तो खाली हमारे चालान फाड़ री है ने छोरियो को बिना रोके जाने दे री है..कानून मे देखो तो उनको सब फायदे.. पापा की परियाँ बिना इंडिकेटर मुलट जाती है ने आसपास के 4 समाज सेवी हमारी कनपटी सुजा जाते हैँ..
..ने अब रोज आपकी नई नई योजना..
लाड़ली लक्ष्मी, लाड़ली बहन..मुफ्त स्कूटी..फ्री मे लेपटॉप, मोबाइल..
तो हम काँ जाएँ.?
हमारे बी मामा जी हो के खाली छोरी होन के हो..
हमने बी वोट दिया आपको..हम क्या सौतेले हैं.?
सग्गी क्या सिरिफ भांजी होन है आपकी.?
मैं मध्यप्रदेश के दिलदार मुख्यमंत्री मामाजी से मांग करता हूँ के अविलम्ब "लाडला भेरू" योजना शुरु करो..हमको बी पापा की परियो जैसा महत्व दिया जाये..
हमारे को बी फ्री मे लेप टॉप दो.. मोबाइल दो..
ने नी दो तो कम से कम "लाडला भेरू" योजना लागु ही कर दो तो हम बी गब्बर होके घूमें..
..बचपन से कुटाते आ रिये..अब आप ऐसा मत करो मामाजी..पिलीज
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सुबे की राम राम के के
जा रिया हूँ अब..
मगर आप भूलना मत
भारत माता की जय ।
-लाडला भेरू संघ