जिन्ने नि चखी सेंव नुक्ती
मुश्किल इस लोक से मुक्ति,
जिन्ने सेव पोए में लगइ गुलाट
सरग में उसका रिज़र्व पिलाट
जब दुनिया के तमाम वैज्ञानिक जैव-विविधता पर बात कर रहे है,इंदौरी बाशिंदे, सेंव-विविधता में ही अटके हुए है।
सेंव की पानी वाली सब्जी,सेंव की ग्रेवी वाली सब्जी,सेंव टमाटर की सब्जी,सेंव का पराठा ,सेंव का सैंडविच,सेंव के भजिये,सेंव बिरयानी,सेंव पर पोहे,सेंव उस्सल पर पोहे,सेंव चटनी मे कचौरी,सेंव चटनी में समोसे,सेंव पास्ता,सेंव नूडल्स....
मराठी में सज्जन पुरुष को देव माणुस कहते हैं। इंदौर में सज्जन पुरुष को 'सेंव माणुस' कहते हैं।
मोहे सोहे सेंव और पोहे .....!
Indorians are Poha 'sav'iour....!
इंदौरी आदमी,"सेव-सुरभि" संस्था के कार्यक्रमों में दिलचस्पी लेता है।
इंदौरी, सेवाभावी होने के साथ सेंवभावी भी होते है।
एक ही शहर के बाशिंदों की वेवलेंथ आपस में मिलती है। पर इंदौर के लोगो की 'सेंव लेंथ' मिलती है।
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