आज इंटरनेट पर खबरें, आलेख आदि सामग्री हिन्दी में भी ढूँढी जा सकती है, इसकी शुरुआत का श्रेय भी वेबदुनिया के खाते में ही दर्ज है। पोर्टल की शुरुआत के मात्र 2 वर्षों के भीतर विश्व का पहला हिन्दी सर्च इंजन वेबदुनिया ने बनाया।
आज हम समाचार या आलेख के साथ जरूरी की-वर्ड डाल देते हैं, यह तरीका बहुत आसान है। लेकिन उस दौर में हर खबर और आले
ख के लिए अलग इंटरफेस के जरिए की-वर्ड डालना होता था। यह काफी परिश्रम वाला काम था, लेकिन वेबदुनिया विशेषज्ञ टीम के हिन्दी के प्रति गहरे लगाव का परिणाम था विश्व का पहला हिन्दी सर्च इंजन 'वेबदुनिया खोज'।