आप बार-बार होने वाले सर्दी-जुकाम से परेशान हैं और समझ नहीं आता कि ऐसा क्यों हो रहा है तो एक बार सोचिए कि क्या आप छह घंटे या उससे भी कम सोते हैं। अगर आपका जवाब हां है तो यही है आपकी परेशानी की वजह।
एक अमेरिकी जर्नल में प्रकाशित हालिया शोध के मुताबिक, छह घंटे अथवा उससे कम की नींद लेने वाले लोग सर्दी-जुकाम की चपेट में आसानी से और बार-बार आते हैं। जर्नल के लेखक कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के मनोचिकित्सा विभाग के सहायक प्रोफेसर एरिक प्रैथर बताते हैं कि कम नींद लेने से आप केवल उनींदे और चिड़चिड़े नहीं रहते बल्कि ये कई और तरीके से भी आपको प्रभावित करता है।
प्रोफेसर प्रैथर ने बताया कि 164 वयस्कों के एक समूह पर दो महीने तक अध्ययन करने के बाद वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि छह घंटे या उससे कम सोने वाले लोग जल्दी सर्दी-जुकाम के शिकार हो जाते हैं। उन्होंने उनके तनाव के स्तर, उनकी मनोदशा और अल्कोहल एवं सिगरेट की लत के बारे में अध्ययन किया। इसके अलावा घड़ी के जैसे एक सेंसर का इस्तेमाल करके लगातार सात दिन तक उनके सोने की अवधि एवं गुणवत्ता पर भी नजर रखी गई।
इसके बाद अध्ययन में शामिल सभी लोगों के शरीर में नाक के ड्राप (नैजल ड्राप) के माध्यम से जुकाम के विषाणु पहुंचाए गए। सभी लोगों के नाक के म्यूकस का प्रतिदिन नमूना लेकर परीक्षण किया गया। एक सप्ताह बाद पता चला कि जो लोग छह घंटे अथवा उससे कम की नींद लेते हैं, उनमें सात घंटे से अधिक की पर्याप्त नींद लेने वालों की तुलना में जुकाम होने की आशंका 4.2 गुना ज्यादा होती है।
प्रोफेसर प्रैथर ने कहा 'जुकाम के मामले में नींद अन्य सभी कारकों से ज्यादा भारी पड़ती है। यह मायने नहीं रखता कि लोगों की उम्र, उनके तनाव का स्तर, उनकी नस्ल अथवा शिक्षा आदि क्या है। इन सब को पीछे छोड़कर नींद यह तय करती है कि सर्दी-जुकाम के विषाणु उन्हें कितना परेशान कर सकते हैं।'