बदलते मौसम का अर्थ ढेरों बीमारियों को बुलावा। ऐसे में महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखना होता है। महिलाओं को कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बीमारी उन्हें जब तक पूरी तरह से न पकड़ ले, वे चिकित्सक के पास जाना पसंद नहीं करती हैं। लापरवाही के कारण कभी-कभी बीमारियां इतनी गंभीर हो जाती हैं कि इलाज असंभव हो जाता है।
पहले महिलाएं अज्ञानता के चलते ऐसा करती थीं। आज महिलाएं शिक्षित और समझदार हैं लेकिन आज भी सिर्फ ध्यान न देने की वजह से बीमारियां ने गंभीर रूप ले लेती हैं। महिलाओं को चाहिए कि अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें और समय-समय पर डॉक्टरी परामर्श लेते रहें।
* व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें।
* व्यायाम ज्यादा पकाऊ न हो, इसके लिए रोज कुछ नया करने का प्रयास करें। जैसे सोमवार को सैर, मंगलवार को योग, बुधवार को एक्सरसाइज आदि।
* व्यायाम करते समय अपनी पसंद का म्यूजिक सुनना बहुत जरूरी होता है। इससे मन प्रसन्न होता है, और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
* खाने में हरी सब्जी, फल, सलाद और जूस का नियमित सेवन करें। तेल-घी का ज्यादा उपयोग न करें। महिलाएं एक गिलास दूध प्रतिदिन पिएं।
* कैल्शियम और सोयायुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
* बदलते मौसम में मॉइश्चराइजर का उपयोग करें।
* त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए एलोवेरा का उपयोग भी कर सकते हैं।
* दिनभर में लगभग 18 से 20 गिलास पानी पीने से आधी से ज्यादा बीमारियां दूर रहती हैं। विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट दवाइयों का सेवन करें।
* महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर और बच्चादानी के कैंसर की समय-समय पर जांच कराती रहें। साथ ही अन्य चेकअप भी कराती रहें।
* जो भी खाएं और पकाएं, हमेशा धोकर खाएं। कफ कोल्ड वाले इंसानों से दूर रहें। जितना हो सके बीमारियों से बचकर रहें।