क्या कोविड से ठीक होने के बाद आपको भी छोटी-छोटी बातों का याद रखने में परेशानी हो रही है? या अपनी ही कही गई बात को याद रखने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। तो यह ब्रेन फॉग के लक्षण है। इसमें दिमाग से जुड़ी कई समस्याओं के गुप के बारे में बताया जाता है। जैसे याददाश्त कमजोर हो जाना, ध्यान नहीं लगना, किसी बात को समझने में देरी होना, थकावट लगना, तरह-तरह के विचार मन में आना। गौरतलब है ब्रेन फॉग के लक्षण अन्य बीमारियों में भी दिखाई देते हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक ब्रेन फॉग होने से व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव आता है। वे दिनभर थकान महसूस करते हैं, किसी काम में मन नहीं लगता है, चिड़चिड़ापन रहता है, अपने पसंदीदा कार्य में रुचि नहीं लगती है, छोटी-छोटी बातें भूल जाना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इस बीमारी का पता खून की जांच से लगा सकते हैं।
ब्रेन फॉग के कारण
– नींद पूरी न होना
– स्क्रीन के साथ ज्यादा समय बिताना
– सेंट्रल नर्वस सिस्टम पर असर डालने वाली समस्याएं, जैसे मल्टीपल स्केलेरोसिस
– जिन रोगों में शरीर के अंदरूनी हिस्सों में सूजन आने की आशंका रहती है, या ब्लड शुगर का लेवल ऊपर-नीचे होने लगता है, उस वजह से भी ब्रेन फॉग की स्थिति हो सकती है. जैसे डायबिटीज, हायपरथायरॉइड, डिप्रेशन, अल्जाइमर और एनीमिया।
इस तरह रखें खानपान -
– अपनी डाइट में अमीनो एसिड, विटामिन ए, बी, सी और ओमेगा 3 फैटी एसिड नियमित रूप से शामिल करें।
– दोपहर में कैफिन युक्त पेय न लें।
– शराब और स्मोकिंग से परहेज करें।
– रोज 15 मिनट धूप लें।
– नियमित एक्सरसाइज जरूर करें।
– लक्षणों के आधार पर डॉक्टर से एक्स रे, सीटी स्कैन, एमआरआई, एलर्जी टेस्ट आदि की सलाह भी ले सकते हैं।
– कई मामलों में दवाओं के साथ थेरेपी भी इस समस्या से निपटने में मददगार हो सकती है।
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन के शोधकर्ताओं ने दावा किया कि कोरोना संक्रमण के कारण मस्तिष्क कोशिकाओं को रक्त की आपूर्ति नहीं होने के कारण पैरासाइट कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो रही है।