मानसून में फंगल इंफेक्शन से कैसे पाएं छुटकारा? जानें कुछ बेहतरीन उपाय
बरसात के मौसम में फंगल इंफेक्शन से कैसे करें बचाव
फंगल इंफेक्शन के लक्षण:
1. त्वचा पर लाल, खुजलीदार दाने : यह सबसे आम लक्षण है, जो पैरों, हाथों, जांघों और नाखून के आसपास दिखाई देता है।
3. नाखून का मोटा होना और रंग बदलना : नाखून पीले, भूरे या सफ़ेद हो सकते हैं और मोटे हो सकते हैं।
4. पैरों में दर्द और सूजन : फंगल इंफेक्शन से पैरों में दर्द और सूजन हो सकती है।
फंगल इंफेक्शन से बचाव:
1. हाथों और पैरों को साफ़ रखें : बारिश के मौसम में हाथों और पैरों को साफ़ रखना बहुत ज़रूरी है। बारिश में भीगने के बाद तुरंत साबुन और पानी से हाथ-पैर धो लें।
2. नमी से बचें : गीले कपड़े या मोज़े न पहनें। नहाने के बाद शरीर को अच्छी तरह से सुखा लें।
3. जूते और मोज़े साफ़ रखें : बरसात के मौसम में जूते और मोज़े नम हो जाते हैं, इसलिए उन्हें नियमित रूप से धोएं और सुखाएं।
4. कॉटन के कपड़े पहनें : कॉटन के कपड़े सांस लेने में मदद करते हैं, जिससे त्वचा सूखी रहती है।
5. सार्वजनिक शौचालयों का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें : सार्वजनिक शौचालयों में फंगस का खतरा अधिक होता है, इसलिए इस्तेमाल करने के बाद हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
फंगल इंफेक्शन का उपचार:
1. एंटीफंगल क्रीम या मलहम : डॉक्टर द्वारा बताई गई एंटीफंगल क्रीम या मलहम का इस्तेमाल करें।
2. एंटीफंगल दवाएं : गंभीर मामलों में डॉक्टर एंटीफंगल दवाएं लिख सकते हैं।
3. घरेलू उपचार : नीम के पत्तों का लेप, हल्दी का पेस्ट, लहसुन का रस - ये घरेलू उपचार फंगल इंफेक्शन में राहत दिला सकते हैं।
कब करें डॉक्टर से सलाह:
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अगर उपचार के बाद भी लक्षणों में सुधार न हो।
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अगर संक्रमण फैल रहा हो।
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अगर संक्रमण से दर्द या सूजन हो रही हो।
बरसात के मौसम में फंगल इंफेक्शन से बचने के लिए सतर्क रहना बहुत ज़रूरी है। उपरोक्त उपायों का पालन करके आप स्वस्थ और संक्रमण मुक्त रह सकते हैं।
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