Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

कमर पर पेटीकोट के निशान से शुरू होकर कैंसर तक पहुंच सकती है यह समस्या, जानें कारण और बचाव का आसान तरीका

साड़ी के गलत पहनावे से बचने के 7 जरूरी उपाय

हमें फॉलो करें Skin Cancer

WD Feature Desk

, शनिवार, 16 नवंबर 2024 (15:44 IST)
Skin Cancer
Skin Cancer : साड़ी भारतीय महिलाओं की सबसे सुंदर और पारंपरिक पोशाक है। यह न केवल हमारी संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि महिलाओं की गरिमा और सुंदरता को भी बढ़ाता है। हालांकि, साड़ी पहनने का गलत तरीका कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है, जिनमें से एक है पेटीकोट कैंसर। यह सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन साड़ी पहनने का गलत तरीका और पेटीकोट की डोरी के कारण त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानते हैं, पेटीकोट कैंसर क्या है और इससे बचने के उपाय।
 
क्या है पेटीकोट कैंसर?
पेटीकोट कैंसर एक प्रकार का स्किन कैंसर है, जो साड़ी पहनने के दौरान पेटीकोट की डोरी (नाड़ा) के बार-बार रगड़ने और त्वचा पर अत्यधिक दबाव डालने के कारण होता है। डोरी की लगातार रगड़ से त्वचा पर जलन, घाव, और निशान बन जाते हैं। यदि इनका सही समय पर इलाज न किया जाए, तो ये घाव कैंसर में बदल सकते हैं।
 
कैसे होता है स्किन कैंसर?
लगातार फ्रिक्शन :
पेटीकोट की डोरी और साड़ी की कसावट के कारण कमर पर फ्रिक्शन होता है, जो त्वचा को नुकसान पहुंचाता है।
दबाव के कारण ब्लड सर्कुलेशन कम होना :
बहुत देर तक साड़ी पहनने से कमर और पेट के हिस्से में रक्त प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता।
इंफेक्शन :
कमर की त्वचा पर घाव और जलन संक्रमण को बढ़ावा दे सकते हैं, जो कैंसर का कारण बन सकता है।

 
पेटीकोट कैंसर के लक्षण
  • कमर पर लगातार लाल निशान।
  • जलन और खुजली महसूस होना।
  • त्वचा का फटना या सूजन।
  • लंबे समय तक ठीक न होने वाले घाव।
  • कमर पर गांठ या असामान्य वृद्धि।
 
पेटीकोट कैंसर से बचने के 7 आसान उपाय
1. सही साइज का पेटीकोट पहनें
पेटीकोट का साइज सही होना चाहिए। बहुत टाइट पेटीकोट पहनने से त्वचा पर अनावश्यक दबाव पड़ता है।
 
2. डोरी की जगह इलास्टिक का इस्तेमाल करें
आजकल मार्केट में इलास्टिक वाले पेटीकोट आसानी से उपलब्ध हैं। यह डोरी की तुलना में अधिक आरामदायक और सुरक्षित हैं।
 
3. मुलायम कपड़े का चुनाव करें
कॉटन या सिल्क जैसे नरम और हल्के कपड़े का पेटीकोट इस्तेमाल करें, ताकि त्वचा पर रगड़ न हो।
 
4. डोरी को बार-बार बदलें
यदि आप डोरी वाले पेटीकोट पहनती हैं, तो सुनिश्चित करें कि डोरी नई और साफ हो। पुरानी और कठोर डोरी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती है।
 
5. रोजाना त्वचा की देखभाल करें
कमर की त्वचा को साफ और मॉइस्चराइज करें। अगर जलन या घाव हो, तो तुरंत एंटीसेप्टिक क्रीम लगाएं।
 
6. लंबे समय तक साड़ी न पहनें
पूरे दिन साड़ी पहनने के बाद त्वचा को आराम दें। घर पहुंचते ही आरामदायक कपड़े पहनें।
 
7. डॉक्टर से समय पर परामर्श लें
यदि कमर पर किसी भी प्रकार की सूजन, जलन, या गांठ दिखाई दे, तो इसे अनदेखा न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 


अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

3 से 4 महीने के बच्चे में ये विकास हैं ज़रूरी, इनकी कमी से हो सकती हैं समस्याएं