ध्रूमपान सेहत के लिए खतरा है यह जानते हुए भी कई लोग ध्रूमपान का सेवन करते हैं। इसका सेवन करने से फेफड़े खराब होते हैं, दिमागी सेहत पर भी असर डालता है। शोध के मुताबिक बीड़ी या सिगरेट का सेवन करने से मानसिक रूप से भी स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। हिब्रू यूनिवर्सिटी, बेलग्रेड यूनिवर्सिटी और प्रिस्टीन यूनिवर्सिटी द्वारा शोध किया गया। दो हजार से अधिक छात्रों पर सर्वे किया गया जिसमें पाया गया कि धूम्रपान करने वाले छात्रों में अवसाद का खतरा अधिक होता है। दो से तीन गुना खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान नहीं करने वाले छात्रों में यह काफी कम पाया जाता है।
इजराइल में यरूशलेम के हिब्रू यूनिवर्सिटी में शोध के प्रमुख लेखक हागाई लेविन के मुताबिक अध्ययन में सामने आया कि धूम्रपान और अवसाद काफी जुड़े हुए हैं। हालांकि, धूम्रपान से ही अवसाद होता है यह पूरी तरह से तथ्य नहीं है। शोधकर्ताओं के मुताबिक प्रिस्टीन यूनिवर्सिटी में 14 फीसदी धूम्रपान करने वाले अवसादग्रस्त थे, वहीं धूम्रपान नहीं करने वाले 4 फीसदी अवसाद ग्रस्त थे।
धूम्रपान से सबसे अधिक लोगों की मौत होती है। इसमें हानिकारक रसायन होते हैं। प्रमुख रूप से निकोटीन, टार, कार्बन मोनोऑक्साइड, हाइड्रोजन साइनाइड, फॉर्मलाडीहाइट, आर्सेनिक, अमोनिया, कैडियम आदि मौजूद होते हैं जिसका असर आपके दिमाग पर भी पड़ता है। इतना ही नहीं यह आपके आसपास खड़े लोगों को भी प्रभावित करता है।
धूम्रपान से शरीर को होने वाले नुकसान -
- धूम्रपान से शरीर को होने वाले नुकसान जैसे कैंसर, श्वास संबंधी परेशानियां, फर्टिलिटी का खतरा होता है। इसी के साथ हृदयाघात का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसा भी कहा जाता है कि मात्र 6 प्रतिशत लोग होते हैं उन्हें पूरी तरह ध्रूमपान से छुटकारा मिल पाता है।
धूम्रपान से छुटकारे के उपाय -
- निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी।
- बिहेवरियल थेरेपी