कोरोना के बाद जिंदगी कई सारी चीजों से ओवरलोडेड हो गई है। जैसे स्ट्रेस, टेंशन, डिप्रेशन और अकेलापन। यहां तक कि कई तरह की छोटी-मोटी नाकामयाबियां भी जिंदगी पर हावी हो गई हैं। यह सारी समस्याएं कई तरह की बीमारियों को जन्म दे रही हैं।
भागदौड वाली दिनचर्या की वजह से हेल्थ और मानसिक समस्याओं में इजाफा हो रहा है। ऐसे में लाइफ में सकारात्मकता को अपनाना बेहद जरूरी हो गया है।
क्या हो अगर हम इसमें थोड़ी सी जगह किसी परपॅज के लिए बनाए। यानी किसी ऐसे उदे्श्य के लिए जो खुशी दे। राहत दे और जीने की चाहत थे।
हम रात को सोते तो अपनी इन सारी चिंताओं के साथ ही हैं, लेकिन अगर हर सुबह हम किसी उदेश्य के साथ जागें तो कैसा होगा। किसी सपने के साथ जागें तो कितना आनंद होगा।
आपको इसके लिए करना कुछ नहीं है। सिर्फ एक वाक्य याद रखना है सुबह उठते वक्त। वेक अप विद अ परपॅज। किसी उदे्श्य के साथ अपनी नींद से जागे। किसी प्रार्थना के साथ बिस्तर से उठे। यह उदे्श्य और प्रार्थना किसी के लिए भी हो सकते हैं। खुद के लिए भी या किसी दोस्त, किसी अपने या किसी अनजान के लिए भी। जो किसी तकलीफ या परेशानी में हो। सर्वे भवंतु सुखिन की भावना के साथ भी सुबह नींद से जाग सकते हैं।
Wake up with a purpose यह छोटा सा वाक्य हमें उस दिन जीने की ताकत देगा। हमारी उम्मीद बढाएगा।
जिंदगी में उम्मीद होगी तो सपने होंगे। सपने होंगे तो जीने का उदे्श्य होगा। और अगर जीने का उदे्श्य होगा, परपॅज होगा तो जिंदगी बोझिल नहीं होगी। उसमें खालीपन नहीं होगा। अगर आपके पास परपॅज होगा तो फिर जिंदगी में कोई टेंशन, कोई स्ट्रेस, कोई डिप्रेशन या कोई अकेलापन नहीं होगा।
इसलिए सुबह अपनी आंखे खोलिए इस छोटे से वाक्य के साथ। Wake up with a purpose फिर देखिए चारों तरफ सकारात्मकता के लिए के लिए जगह ही जगह होगी। सकारात्मकता की खुश्बू ही खुश्बू होगी। इसलिए इस बार सुबह उठे तो साथ में यही संकल्प हो।