देश में कोरोना की रफ्तार दो गुना तेजी से पूरी दुनिया में फैल रही है। ओमिक्रॉन कोविड का नया वैरिएंट है। जिस पर सभी विशेषज्ञों की अलग-अलग राय सामने आ रही है। लेकिन कोविड की दो डोज लगने के बाद भी जो लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं वे बहुत अधिक बीमार नहीं हो रहे हैं। लेकिन सर्दी-खांसी, बुखार आने पर प्राथमिकता से डॉक्टर से चेकअप कराएं। क्योंकि चिकित्सक जल्दी बीमारी को समझ लेते और वक्त पर सही इलाज मिल जाता है। ओमिक्रॉन के लक्षण डेल्टा से काफी अलग है - ओमिक्रॉन के लक्षण
- सर्दी-खांसी और बुखार।
- उल्टी होना।
- थकान।
- गले में चुभन होना।
- बदन दर्द होना।
- गले में खराश होना।
यह सभी सामान्य लक्षण एक वक्त पर थे लेकिन अब यह सामान्य नहीं है। इनमें से किसी भी लक्षण की शिकायती होने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। वैरिएंट कितना गंभीर है उस अनुसार ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। डॉ. अंजन त्रिखा ने मीडिया से चर्चा कर ओमिक्रॉन के इलाज के लिए क्या प्रोटोकॉल है वे बताएं। आइए जानते हैं -
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होम आइसोलेशन में बुखार आता है तो पैरासिटामोल ले सकते हैं।
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पेरासिटामोल दिन में तीन बार 8 घंटे के अंतराल से ले।
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बुखार अधिक होने पर पानी से सिकाई करें।
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3-4 दिन तक बुखार ठीक नहीं होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
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सांस लेने में परेशानी या सैचुरेशन लेवल कम हो रहा तो डॉक्टर से संपर्क करें।
एक तरफ जहां ओमिक्रॉन से जंग जारी है इसी बीच नए वैरिएंट ने दस्तक दे दी है। जिसे लेकर माथे पर चिंता की लकीरें गहरा गई है। साइप्रस में मिला है कोरोना का नया स्ट्रेन डेल्टाक्रॉन। साइप्रस यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर लियोन डिओस कोस्त्रिकिस ने बताया है कि साइप्रस में कोरोना का एक ऐसा स्ट्रेन मिला है जो डेल्टा और ओमिक्रॉन को जोड़ता है। इसे 'डेल्ट्रॉन' नाम दिया गया है। हालांकि इसे भी अधिक संक्रामक बताया जा रहा है। कोई सा भी वायरस हो आपके नाक और मुंह के द्वारा वह बॉडी में प्रवेश करता है। इसलिए मास्क लगाने की सलाह दी जाती है।