मकर संक्रांति खुशियों का पर्व है। लेकिन इस दिन पतंगबाजी के उत्साह में कई लोग अपनी जान गंवा देते हैं। सैकड़ों लोग घायल हो जाते हैं। आइए जानें क्या सावधानियां जरूरी है इस खेल से पहले....
1. सुरक्षित स्थान पर खड़े होकर ही पतंग उड़ाएं। हो सके तो खुले मैदान में जाकर पतंग का आनंद लें।
2. पतंग उड़ाने के लिए चाइना की डोर का प्रयोग कतई न करें।
3. स्वदेशी सूत के मांझे का प्रयोग करें, यह चाइना डोर की तरह खतरनाक नहीं होता।
4. बच्चों को मांझे से दूर रखें, और पतंग उड़ाते समय उनका विशेष ध्यान रखें।
5 पतंग का मंझा किसी से टकराने न पाए, इसका खास ध्यान रखें। तीखे मांझे से हाथ-पैर व गर्दन भी कट सकती है।
6 मांझा पकड़ने वाले और पतंग उड़ाने वाले में तालमेल बनाए रखें।
7 छत पर पतंग उड़ाते समय मुंडेर का विशेष ध्यान रखें।
8 पतंग के धागे से टकराकर कोई पक्षी घायल न हो, इसका ध्यान रखें।
9 पतंग कहीं अटकने पर जोर से न खींचे, किसी को नुकसान पहुंच सकता है।
10 धूप तेज होने पर पतंग न उड़ाएं, आपको चक्कर जैसी परेशानी हो सकती है।
11. आकाश में पतंग पर ध्यान होने से बच्चे छत से गिर भी सकते हैं। प्रतिवर्ष सैकड़ों बच्चे संक्रांति पर छत से गिर कर जान गंवा देते हैं।
12. आकाश में उड़ने वाले पक्षियों के मरने की संख्या संक्रांति पर बढ़ जाती है। उनके पंख मांझे में उलझकर कट जाते हैं।
13. सड़क पर मांझा तैयार न करें। इससे किसी भी बाइक सवार को जान का खतरा हो सकता है।
14. मांझा तैयार करने में बल्ब का चूरा, सरस, और नीला थोथा प्रयोग में न लाएं यह पक्षियों के साथ इंसान की जान के लिए भी घातक है।
15. पतंग पकड़ने के लिए सड़क पर ना निकलें। इस हरकत से दुर्घटना की प्रबल संभावना होती है।
16. पतंग उड़ाते समय गॉगल अवश्य पहनें। सूर्य की सीधी किरणें आंख और त्वचा के लिए अत्यंत हानिकारक हैं।
17. पतंग उड़ाने से पहले हाथों में दस्ताने पहनें।
18. अगर अंगुली कट जाए तो फौरन उस पर हल्दी का लेप लगाएं। घाव गहरा हो तो डॉक्टर को दिखाएं।
19. त्वचा पर अच्छी क्वॉलिटी का सनस्क्रीन जरूर लगाएं।
20. फटी पतंग की डंडियों से आंखों को बचाएं। फटी पतंग तुरंत डस्टबीन में डालें।