अधिकतर बुजुर्ग अपना दिन अपने हिसाब से बिताना पसंद करते हैं। उनका हर काम एक निश्चित समय पर होता है। अपने हिसाब से अपने समय के अनुसार अपना काम करने से उन्हें खुशी मिलती है, जैसे अखबार पढ़ना, घर का काम, लोगों से बातचीत, बाहर टहलना ऐसे कई काम हैं, जो वे अपने हिसाब से ही करना पसंद करते हैं।
वैसे भी जब व्यक्ति खुश रहता है, तो खुद को तनावरहित भी पाता है। ऐसा ही कुछ हमारे घर के बुजुर्गों के साथ भी है। अगर वे खुश रहेंगे तो खुद को तनाव से दूर भी रख पाएंगे, वहीं उनकी दिनचर्या में शुमार है सुबह की सैर, जो उन्हें मानसिक और शारीरिक दोनों ही तरह से स्वस्थ रखने में मदद करती है।
पर बात की जाए वर्तमान समय की तो इस वक्त लॉकडाउन है। तो जाहिर-सी बात है कि इस समय वे घर से बाहर नहीं जा सकते। ऐसे में वे मानसिक और शारीरिक रूप से सक्रिय भी नहीं रह पा रहे हैं जिसका असर कहीं-न-कहीं उनकी सेहत पर पड़ सकता है। लेकिन हम कुछ छोटे-छोटे बदलाव करके उनकी इस बोरिंग दिनचर्या में बदलाव ला सकते है, क्योंकि उनकी सेहत की जिम्मेदारी आपकी भी तो है।
भोजन में शामिल करें पौष्टिक आहार
इस वक्त उनकी सक्रियता कम है इसलिए उनके खानपान का ज्यादा ध्यान रखें। हल्का-फुल्का खाना ही उन्हें इस वक्त देना ठीक रहेगा। इससे उनका पाचन ठीक रहेगा। आहार पौष्टिक हो, इस बात का भी ध्यान रखें। भोजन में फाइबरयुक्त आहार को जरूर शामिल करें।
तनाव को रखें दूर
इस स्थिति में तनाव होना स्वाभाविक है, क्योंकि वृद्धावस्था से संबंधित परेशानियां ऐसे में बढ़ सकती हैं, इसलिए तनाव को देने वाली बातों और ऐसे माहौल से उन्हें दूर रखें।
शारारिक सक्रियता का रखें ख्याल
ध्यान रहे कि हल्का-फुल्का व्यायाम उनके लिए जरूरी है। बैठे नहीं रहें, कसरत जरूर करें, क्योंकि इस समय आप बाहर जाकर टहल नहीं सकते इसलिए घर में योगा किया जा सकता है।
मेडिटेशन
मेडिटेशन को उनकी दिनचर्या में जरूर शामिल करने के लिए कहें, क्योंकि मेडिटेशन मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए आपकी मदद करता है इसलिए मेडिटेशन को जरूर शामिल करें।