हमारी बदलती लाइफस्टाइल व खान-पान का ख्याल न रख पाने के कारण इसका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ने लगता है जिस कारण समय से पहले ही बीमारियां होने लगती हैं। इनमें सबसे मुख्य है हार्टअटैक। आज की खराब दिनचर्या की वजह से इसका प्रभाव युवाओं पर साफतौर पर देखा जा रहा है। 30 साल से भी कम उम्र में लोग हार्टअटैक जैसी बीमारी का शिकार हो रहे हैं। आखिर युवाओं में क्यों बढ़ रहा है हार्टअटैक का खतरा? आइए जानते हैं।
धूम्रपान
आजकल युवाओं के लिए सिगरेट पीना किसी स्टाइल स्टेटमेंट से कम नहीं है। युवा इसके आदी होते जा रहे हैं और 1 दिन में 20 से 25 सिगरेट पीने से भी नहीं कतराते। यह जानते हुए भी कि ये आदत उनके स्वास्थ्य के लिए जहर से कम नहीं है तथा हार्टअटैक का एक कारण स्मोकिंग भी है।
शराब का अत्यधिक सेवन
शराब का अधिक सेवन भी युवाओं को दिल की बीमारियों की तरफ ले जा रहा है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल और नियमित शराब का सेवन करने से भी युवाओं में हार्टअटैक होने का खतरा बना रहता है।
बदलता खानपान
हमारी खराब दिनचर्या में बदलता खान-पान भी शामिल है जिस वजह से युवाओं में हार्टअटैक के खतरे बढ़ रहे हैं। युवाओं को घर के खाने की अपेक्षा जंक फूड ज्यादा पसंद आता है, जो हार्टअटैक के लिए बहुत हद तक जिम्मेदार है।
स्ट्रेस
रोजाना काम और भविष्य को लेकर बढ़ता तनाव भी युवाओं में होने वाले हार्टअटैक की एक वजह है। लगातार तनाव में रहने से युवाओं में यह खतरा बढ़ता जा रहा है।
फिजिकल एक्टिविटी का न होना
सुस्त लाइफस्टाइल जिसमें शारीरिक व्यायाम या किसी भी तरह की गतिविधि न होने के कारण भी युवा बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। ज्यादा आराम भी दिल के लिए घातक है।