एक सेहतमंद जिंदगी की तलाश हर किसी को है। स्वस्थ और निरोगी काया पाने के लिए हम हर तरह के प्रयास करते हैं ताकि सेहत दुरुस्त बनी रहे। वहीं हम में से अधिकतर लोग इस बात से अनजान हैं कि हमारी रसोई में ऐसे कई औषधीय स्वास्थ्यवर्धक खजाने मौजूद हैं, जो आपको हर संक्रमण और सेहत की समस्याओं से दूर रखने में बहुत सहायक सिद्ध होते हैं। आइए जानते हैं ऐसे रसोई में मौजूद 10 मसाले जो आपको रखे तंदुरुस्त...
हल्दी
आपकी रसोई में मौजूद हल्दी स्वास्थ्य गुणों से भरपूर है। चोट लगने से लेकर सर्दी-खांसी होने पर अक्सर घर के बड़े-बुजुर्ग हल्दी वाले दूध के सेवन की सलाह देते हैं ताकि आपकी रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ सके। हल्दी इम्यूनिटी बूस्टर का काम करती है। एक्सपर्ट के मुताबिक भी हल्दी में ऐसे कई तत्व मौजूद हैं, जो आपको रोगों से दूर रखने का काम करते हैं और यह आपके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत करता है।
मैथीदाना
मैथीदाना स्वास्थ्य के लिए किसी जादुई औषधि से कम नहीं है। इसके नियमित सेवन से कई सेहत लाभ होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, वहीं मैथीदाना हृदयरोग के लिए बहुत लाभकारी होती है। नियमित मैथीदाने के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है व पाचन संबंधी परेशानियों से राहत मिलती है।
लौंग
लौंग की भारतीय खाने में खास जगह है। इसके उपयोग से खाने में स्वाद के साथ-साथ कुछ अहम गुण भी जुड़ जाते हैं। इसका उपयोग तेल व एंटीसेप्टिक रूप में किया जाता है। लौंग में आपके स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के कई गुण होते हैं। लौंग में होने वाला एक खास तरह का स्वाद इसमें होने वाले एक तत्व युजेनॉल की वजह से होता है, यही तत्व इसमें होने वाली एक खास तरह की गंध को पैदा करता है। हालांकि लौंग हर मौसम में हर उम्र के व्यक्तियों के लिए लाभदायक है, पर सर्दी के मौसम में इसकी खास उपयोगिता है। खांसी, सर्दी व दांत दर्द जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
कालीमिर्च
कालीमिर्च हर चीज का स्वाद बढ़ाती है, साथ ही सेहत के लिए यह बहुत फायदेमंद मानी जाती है। खांसी-जुकाम, मांसपेशियों में दर्द व पाचन संबधी समस्याओं से निजात पाने के लिए कालीमिर्च बहुत उपयोगी होती है। इसके सेवन से सर्दी-जुकाम से छुटकारा मिलता है।
अजवाइन
अजवाइन में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यदि कोई सर्दी-जुकाम व बहती नाक से परेशान है तो अजवाइन का सेवन बहुत लाभकारी सिद्ध होता है, साथ ही पाचन संबंधी परेशानी से भी अजवाइन राहत दिलाती है।
तेजपत्ता
सभी की रसोई में मसालों की सामग्री में तेजपत्ता प्रमुखता से रहता है। यह केवल भोजन का जायका ही नहीं बढ़ाता बल्कि इसके सेवन से कई स्वास्थ्य समस्याओं से निजात भी मिलती है। तेजपत्ते में कॉपर, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयरन काफी मात्रा में मौजूद होता है। इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो कैंसर, ब्लड क्लॉटिंग और दिल संबंधित कई गंभीर बीमारियों से बचाने में भी मदद करते हैं।
सोंठ
सूखी अदरक या सोंठ का इस्तेमाल कई तरह की घरेलू दवा बनाने या भोजन में अलग स्वाद के लिए किया जाता है। सोंठ, हींग और काला नमक मिलाकर लेने से गैस की समस्या में लाभ होता है। पिसी हुई सोंठ और कैरम के बीजों को नींबू के रस में भिगोकर छाया में सुखाकर प्रतिदिन सुबह लेने से गैस और पेडू के दर्द में आराम मिलता है। यह पाचनक्रिया को दुरुस्त कर वजन कम करने में भी मदद करती है।
दालचीनी
दालचीनी हर एक के रसोई में मसाले के रूप में मौजूद होती है। इसके साथ ही दालचीनी का इस्तेमाल औषधि के रूप में भी किया जाता है। यह कई रोगों के इलाज के लिए फायदेमंद मानी जाती है। इसके नियमित सेवन से पाचन तंत्र संबंधी समस्या, दांत दर्द, सिरदर्द आदि परेशानियों से राहत मिलती है।
धनिया
व्यंजनों के स्वाद को बढ़ाने के लिए धनिया पत्ती या धनिये के बीज का इस्तेमाल खूब होता है। इसके अलावा इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो आपको सेहतमंद रखने में मदद करते हैं। इसका सेवन पाचन क्रिया को ठीक रखने के साथ लिवर को भी मजबूती प्रदान करता है। यह शरीर के कोलेस्ट्रॉल को कम कर मधुमेह जैसी बीमारी को बढ़ने से रोकता है। आप दस्त, कब्ज, सूजन व किसी भी प्रकार की पेट की परेशानी को दूर करने के लिए कर इसका सेवन कर सकते हैं।
हींग
बढ़ती सर्दी के कारण कफ की शिकायत होती है। ऐसे में हींग को पानी में उबालें। पानी जब हल्का गर्म रहे तो उसे छानकर उस पानी को पिएं। कफ की समस्या में कमी आप खुद महसूस करेंगी।