1.पेट की समस्या - सूखे मेवे में भरपूर फाइबर होता है। और ठंड में फाइबर युक्त भोजन करने की सलाह दी जाती है। लेकिन अगर आप हद से अधिक मेवे का सेवन करते हैं तो आपको पेट दर्द, ऐंठन, पेट दर्द, कब्ज, दस्त की समस्या हो सकती है। इसलिए सूखे मेवे का सेवन सीमित मात्रा में ही करने की सलाह दी जाती है।
2. वजन बढ़ना - वजन बढ़ने पर अक्सर हम खाने को दोष देते है। लेकिन क्या आप जानते हैं खाने पर कंट्रोल नहीं करने पर से भी वजन तेजी से बढ़ता है। सूखे मेवे में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है। इसका अधिक सेवन करने से आपका वनज बढ़ना वाजिब है। बहुत जल्दी आप मोटे हो सकते हैं।
3. डायबिटीज - शुगर के मरीजों को ठंड में भी अपने खान-पान का बहुत अधिक ध्यान रखना पड़ता है। सूखे मेवे में प्रोटीन और फाइबर भरपूर होता है। लेकिन चीनी भी होती है। वे रोज कितनी मात्रा में चीनी का सेवन करते हैं इस बात का पूरा ध्यान रखें। अगर आप मेवे लेने भी जा रहे हैं तो ध्यान रहे वे शुगर कोटेड नहीं हो।
4.डायरिया के शिकार - सूखे मेवे खाने में जितने अच्छे लगते हैं, सेहत के लिए लाभदायक भी होते हैं। यह फाइबर का अच्छा स्रोत माना जाता है। लेकिन हद से अधिक सेवन से आपको डायरिया भी हो सकता है। इसलिए ड्राईफ्रूट थोड़ा - थोड़ा खाने की सलाह दी जाती है।
5. अस्थमा के मरीज बरते सावधानी - सर्दी का मौसम अस्थमा मरीजों के लिए थोड़ा कठिन भरा समय होता है। दरअसल, सूखे मेवे खराब नहीं हो इसके लिए उसपर सल्फर डाइऑक्साइड का इस्तेमाल किया जाता है। जिसे सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है। लेकिन सीमित मात्रा में प्रयोग किया जा सकता है। लेकिन अस्थमा वालों को इससे अधिक एलर्जी हो सकती है। इसलिए उन्हें कम ही सूखे मेवे खाना चाहिए।