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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
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कोरोना बूस्टर डोज क्यों लेना चाहिए? जानिए Benefits और Side Effects....

हमें फॉलो करें कोरोना बूस्टर डोज क्यों लेना चाहिए? जानिए  Benefits और Side Effects....
बूस्टर डोज लेना क्यों जरूरी है 
कोरोना का बूस्टर डोज बहुत जरूरी है। क्योंकि अभी कोरोना वायरस का संक्रमण खत्म नहीं हुआ है। चौथी लहर की प्रबल आशंका है। बूस्टर नहीं लेने पर संक्रमण बढ़ सकता है। बूस्टर संक्रमण की गंभीरता को कम करता है। बूस्टर लेने से अस्पताल में भर्ती होने का खतरा कम हो जाता है। 
कोरोना बूस्टर डोज के बाद थकान के लक्षण 
लेकिन यह भी सच है कि कोरोना बूस्टर डोज के फायदों के साथ कुछ साइड इफेक्ट्स भी देखे जा रहे हैं। बुजुर्गों में थोड़ी अलग तरह की की थकान देखी जा रही है।
वैक्सीन लगने से थकान क्यों हो रही है 
वैक्सीन में डेड वायरस होते हैं। जब ये हमारे शरीर में जाते हैं तो हमारा शरीर इसके खिलाफ रिएक्ट करता है। जिसमें इम्यूनिटी डेवलप होती है। इम्यूनिटी डेवलप करने में काफी ज्यादा एनर्जी खर्च हो जाती है और हमें थकान महसूस होने लगती है। हालांकि, एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि कोई भी वैक्सीन आपके शरीर में जाएगी तो थकान होना सामान्य है। क्योंकि वैक्सीन इसी तरह से काम करती है। 
कारण बूस्टर नहीं उम्र हो सकती है 
उम्र के साथ हमारे शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। हमारा मेटाबॉलिज्म कम होने लगता है। मसल्स पहले की तरह नहीं रहते। हार्मोन के लेवल में उतार-चढ़ाव होने लगता है। इन चीजों की वजह से बुजुर्ग पहले की तरह एनर्जेटिक और खुशमिजाज नहीं रह पाते हैं। कोरोना की वजह से ऐसी दिक्कतें बढ़ गई हैं। हालांकि, वैक्सीन की थकान बुजुर्ग के अलावा कुछ आम लोगों और डॉक्टरों में भी देखी गई है।
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'वैक्सीन थकान' रिसर्च में शामिल नहीं 
फ्रंटियर्स इन इम्यूनोलॉजी जर्नल के अनुसार, 'वैक्सीन थकान' पर ठीक से रिसर्च नहीं की गई है। इसमें वो सारे फैक्टर्स नहीं हैं, जिसकी वजह से वैक्सीन की थकान अनुभव की जाती है। इस स्थिति से निपटने के लिए और ज्यादा रिसर्च करने की जरूरत है। हमें इसकी सही वजह तलाश करनी चाहिए।
बुजुर्ग और बूस्टर डोज
डॉक्टर कहते हैं बहुत से बुजुर्ग वैक्सीन की थकान को देखते हुए बूस्टर डोज नहीं लेना चाह रहे हैं, लेकिन ऐसा करना खतरे को आमंत्रित करने के बराबर है। बुजुर्ग ही क्यों 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को प्रिकॉशन डोज लेना चाहिए।
तीसरी डोज लगवानी जरूरी 
18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को 10 अप्रैल से वैक्सीन का तीसरी डोज लगाई जा रही है। तीसरी डोज उसी वैक्सीन की लगेगी, जिसकी दो डोज आपने पहले लगवाई थी। बुजुर्गों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के तीसरे डोज का खर्च सरकार उठाएगी। 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को प्राइवेट सेंटर्स पर पैसे देकर तीसरी डोज लगवानी होगी।
वैक्सीन के बाद अन्य लक्षण 
वैक्सीन लगवाने के बाद थकान के साथ-साथ सिरदर्द, कमर दर्द, बुखार और कमजोरी जैसी दिक्कतें होती हैं। ये 1-2 दिन में ठीक हो जाती हैं। 
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