कोरोना की तीसरी लहर ने पूरी दुनिया में आतंक मचा दिया है। समूचे विश्व में कोरोना वायरस का कहर अलग स्तर पर पहुंच रहा है। एक बार फिर से संक्रमण दर मई 2021 के बाद से रफ्तार पकड़ने लगी है। नवंबर में साउथ अफ्रीका में मिले कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन पूरी दुनिया में फैल रहा है। हर जगह पर स्थिति के अनुसार एक बार फिर से मिनी लॉकडाउन और लॉकडाउन लगाया जा रहा है। भारत में भी तीसरी लहर पीक पर है।
संभावनाएं जताई जा रही थी कि कोविड-19 वैक्सीन के दोनों डोज लगने के बाद कोरोना का खतरा टल जाएगा। लेकिन संभावना बिल्कुल परे नजर आ रही है और तीसरी लहर के साथ तीसरी बूस्टर डोज सामने खड़ी है।
10 जनवरी से फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु वालों को बूस्टर डोज दिया जाएगा। सरकार ने कॉमोर्बिडिटीज सर्टिफिकेट की डिटेल सरकार पहले ही वैक्सीनेशन कैंपेन के दौरान जारी कर चुकी है। सरकार की कॉमोर्बिटिज लिस्ट में कुल 22 बीमारियां शामिल हैं। जिसमें कुछ सूची में जारी की गई है -
1. डायबिटीज, किडनी डिजीज या डायलिसिस
2. कार्डियोवैस्कुलर डिजीज
3. स्टेम सेल ट्रांसप्लांट
4. कैंसर
5. सिरोसिस
6. सिकल सेल डिजीज
7. प्रोलोंगड यूज ऑफ स्टेरॉयड्स
8. इम्यूनो सप्रेसेंट ड्रग्स
9. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी
10. रेस्पिरेटरी सिस्टम पर एसिड अटैक
11. हाई सपोर्ट की जरूरत वाले विकलांग
12. मूक बधिर-अंधापन जैसी मल्टीपल डिसेबिलिटी
13. गंभीर रेसपिरेटरी डिजीज से दो साल अस्पताल में रहें हों
आइए अब जानते हैं बूस्टर डोज से जुड़े आम सवाल जिसके बारे में बता रहे हैं कोविड स्पेशलिस्ट डॉ. रवि दोसी -
बूस्टर डोज कौन-सी वैक्सीन की लेना है?
बूस्टर डोज उसी वैक्सीन की लेना है जिसकी आपने पहले दो डोज लिए थे।
सेकेंड डोज और बूस्टर डोज में कितने दिन का अंतर रखना जरूरी है?
सेकेंड डोज के बाद कम से कम 9 महीने का अंतर हो तो वह सबसे बेहतर है।
क्या बूस्टर डोज के दौरान भी वहीं सावधानियां जरूरी है जो पहले और सेकेंड डोज में रही ?
जी हां, बूस्टर डोज के दौरान भी वहीं सावधानियां रखना है जो पहले और सेकेंड डोज के दौरान फॉलो किए थे। खाली पेट वैक्सीन नहीं लगवाए, मास्क लगाकर जाए, वैक्सीन के बाद रेस्ट करें।
क्या बूस्टर डोज के बाद भी बुखार आ सकता है?
जी हां, बूस्टर डोज के बाद भी बुखार आ सकता है। आप
बूस्टर डोज के बाद एंटीबॉडी कितने वक्त तक रहेगी?
बूस्टर डोज के बाद एंटीबॉडी 3 से 6 महीने तक बनी रहेगी।
क्या बूस्टर डोज से हर्ड इम्युनिटी विकसित होगी लोगों में?
नहीं बूस्टर डोज से हर्ड इम्युनिटी का कोई संबंध नहीं है। हर्ड इम्युनिटी तभी होगी जब सबको इंफेक्शन होगा। हर्ड इम्युनिटी उसे कहा जाता है जो प्राकृतिक रूप से विकसित होती है।
हालांकि अन्य विशेषज्ञों के मुताबिक इसे बूस्टर डोज नहीं कहा जा सकता है। यह एक तरह से प्रिकॉशनरी डोज है।