मां का पहला दूध बच्चे के लिए अमृत समान होता है, जो उसे पोषण प्रदान करता है। वहीं मां के लिए भी स्तनपान कराना दुनिया का सबसे बड़ा सुख होता है। लेकिन कई बार कुछ विशेष कारणों से स्तन में दूध की कमी हो जाती है, जिससे बच्चे को पर्याप्त भोजन नहीं मिल पाता। यह स्थिति मां और नवजात दोनों के लिए समस्या पैदा करती है। हम बता रहे हैं कुछ ऐसे उपाय, जो इस समस्या से आपको बचाने में मदद करेंगे। जानिए प्राकृतिक रूप से दूध बढ़ाने के कुछ विशेष उपाय -
1 पौष्टिक भोजन - पौष्टिक भोजन करने से मां के शरीर में दूध की मात्रा बढ़ने लगती है। शरीर में दूध उत्पादन के लिए अच्छे और पौष्टिक खानपान की बहुत आवश्यकता होती है। जौ, दलिया और दूध को खाने से भी काफी लाभ मिलता है। ।
2 सूखे मेवे - मां बनने के बाद जितना हो सके सूखे मेवों का सेवन करना चाहिए। काजू, बादाम, पिस्ता जैसे मेवे स्तनों में दूध की मात्रा को बढ़ाते हैं। साथ ही ये विटामिन, मिनरल और प्रोटीन से भी भरपूर होते हैं।
3 तुलसी और करेला - तुलसी को सूप या शहद के साथ खाया जा सकता है, या फिर आप इसे चाय में डाल कर भी ले सकती हैं। करेला महिलाओं में लैक्टेशन सही करता है। करेला बनाते वक्त हल्के मसालों का ही प्रयोग करें ताकि यह आसानी से हजम हो सकें।
4 सौंफ - आयुर्वेद के अनुसार सौंफ का सेवन स्तनों में दूध की कमी को दूर करने में मदद करता है। इसलिए आप स्तनों में दूध की मात्रा को ठीक करने के लिए सौंफ का सेवन कर सकती हैं।
5 लहसुन - लहसुन खाने से भी दूध बनने की क्षमता बढ़ती है। लहसुन को कच्चा खाने की बजाए उसे पकाकर खाना अधिक लाभप्रद होगा। अगर आप लहसुन को नियमित खाती हैं तो आपको लाभ अवश्य होगा।
6 शिशु को स्तनपान कराते समय स्तन को बराबर बदलते रहना चाहिए। इससे शरीर में दूध बढ़ेगा। साथ ही ऐसा करने से आपका बच्चा भी आराम से स्तनपान कर सकेगा।
जन्म के बाद एक घंटे तक नवजात शिशु में स्तनपान करने की तीव्र इच्छा होती है। इसलिए जन्म के बाद जितनी जल्दी मां, बच्चे को दूध पिलाना शुरू कर दे, उतना अच्छा है। आमतौर पर जन्म के 45 मिनट के अन्दर स्वस्थ बच्चों को स्तनपान शुरू करवा देना चाहिए।