हरियाणा के रण में BJP को एक और झटका, मनोहरलाल खट्टर के भतीजे ने थामा कांग्रेस का हाथ

Webdunia
गुरुवार, 19 सितम्बर 2024 (17:06 IST)
Ramit Khattar nephew of Manohar Lal Khattar joins Congress : हरियाणा विधानसभा चुनाव होने से पहले भाजपा को एक और झटका लगा है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर के भतीजे रमित खट्टर भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। यूथ कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी शेयर की है। हरियाणा में 5 अक्टूबर को सभी 90 सीटों पर वोटिंग होगी। 
ALSO READ: हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस ने जारी किया घोषणा पत्र, दी 7 गारंटी
रोहतक सीट से वर्तमान विधायक भारत भूषण बत्रा की मौजूदगी में रमित ने कांग्रेस की सदस्यता ली। चुनाव से पहले इस सियासी हलचल को भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक इसका असर राज्य की सियासत पर भी देखने को मिल सकता है।
 
इस बीच भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए आज जारी घोषणा पत्र में अग्निवीर को सरकारी नौकरी की गारंटी दी है जबकि महिलाओं को हर महीने 2100 रुपए देने का वादा किया है।
<

श्री मनोहर लाल खट्टर जी के भतीजे श्री रमित खट्टर ने आज कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।कांग्रेस पार्टी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।#इबकै_कांग्रेस#BreakingNews‌ #ShriRamitKhattar #BreakingNews pic.twitter.com/svPVlPXuJA

— Haryana Youth Congress (@Haryana_YC) September 19, 2024 >
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यहां पार्टी के घोषणापत्र को जारी किया।  नड्डा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन बड़ौली की मौजूदगी में नॉनस्टॉप संकल्प पत्र जारी करते हुए कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया और कहा कि पहले हरियाणा में पर्ची और खर्ची की चर्चा होती थी, लेकिन अब सिर्फ विकास की बातें होती हैं। उन्होंने कहा कि पहले हरियाणा जमीनों के घोटाले के लिए जाना जाता था, लेकिन अब इस तरह की बातें नहीं होती है। इनपुट एजेंसियां

सम्बंधित जानकारी

Show comments

तिरुपति के लड्‍डू में पशु चर्बी का होता था इस्तेमाल

32 राजनीतिक दलों ने किया समर्थन, 15 ने किया प्रस्ताव का विरोध

भाजपा नेता के बिगड़े बोल, राहुल गांधी की जुबान दाग देनी चाहिए

LCA Tejas Fighter Jet: स्क्वॉड्रन लीडर मोहना सिंह तेजस लड़ाकू विमान की पहली महिला पायलट बनीं

एक देश, एक चुनाव पर रामनाथ कोविंद समिति की शीर्ष 10 सिफारिशें

अगला लेख
More