Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

चुनाव आयोग ने Haryana Assembly Elections की तारीख बदली, अब 5 अक्टूबर को मतदान

हमें फॉलो करें rajiv kumar election commission
, शनिवार, 31 अगस्त 2024 (19:11 IST)
EC reschedules Haryana voting day to Oct 5 :  चुनाव आयोग ने शनिवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख एक अक्टूबर से बढ़ाकर पांच अक्टूबर कर दी और कहा कि बिश्नोई समुदाय के सदियों पुराने त्योहार को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया।
 
आयोग ने कहा कि जम्मू कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों की मतगणना चार अक्टूबर के बजाय अब आठ अक्टूबर को होगी।
 
एक साथ मतदान वाले विधानसभाओं के लिए मतगणना एक ही दिन कराने की निर्वाचन आयोग की परंपरा रही है, ताकि एक राज्य के चुनाव परिणाम दूसरे राज्य के रुझानों को प्रभावित नहीं कर सके।
 
तारीख में बदलाव से पहले, जम्मू कश्मीर में तीसरे और अंतिम चरण के विधानसभा चुनावों के साथ ही हरियाणा में चुनाव कराये जाने थे।
 
निर्वाचन आयोग ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव की तिथि आगे बढ़ाने का निर्णय बिश्नोई समुदाय के मतदान के अधिकार और परंपराओं का सम्मान करने के लिए लिया गया है, जिसने अपने गुरु जम्भेश्वर की याद में 300-400 साल पुरानी परंपरा को बरकरार रखा है।
 
आयोग को हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख पुनर्निर्धारित करने के लिए ऑल इंडिया बिश्नोई महासभा, बीकानेर (राजस्थान) के राष्ट्रीय अध्यक्ष से एक अभिवेदन प्राप्त हुआ था।
 
निर्वाचन आयोग के अनुसार, उन्होंने अभिवेदन में कहा था कि पंजाब, राजस्थान और हरियाणा से लोग गुरु जम्भेश्वर की याद में बीकानेर में होने वाले वार्षिक उत्सव के लिए राजस्थान में अपने पैतृक गांव मुकाम पहुंचते हैं।
 
इस साल यह त्योहार दो अक्टूबर को है और सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में रहने वाले हजारों बिश्नोई परिवार उस दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे, जिससे वे अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने से वंचित हो सकते थे।
 
इसके साथ ही, हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने लंबे सप्ताहांत को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग से मतदान की तारीख बदलने का अनुरोध किया था।
 
सूत्रों ने उल्लेख किया कि मतदान की नयी तारीख, 30 सितंबर को एक दिन की छुट्टी के साथ, छह दिन के अवकाश से जुड़ी चिंताओं का भी समाधान करेगी।
 
उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने शनिवार को एक रिपोर्ट भेजी। उससे पहले उन्होंने हिसार, सिरसा और फतेहाबाद के उपायुक्तों के साथ परामर्श किया और बिश्नोई समुदाय का वार्षिक उत्सव इस साल दो अक्टूबर को होने की पुष्टि की
 
सीईओ ने उल्लेख किया कि इन तीन जिलों में हजारों बिश्नोई परिवार रहते हैं और वे तीन सदी से इस अवधि के दौरान राजस्थान स्थित अपने पैतृक निवास स्थान मुकाम जाते हैं।
 
उन्होंने कहा कि इन जिलों के परिवारों के एक अक्टूबर को अपनी यात्रा शुरू करने की उम्मीद है।
 
पूर्व में भी, आयोग ने विभिन्न समुदायों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तारीखों को समायोजित किया है।
 
निर्वाचन आयोग ने गुरु रविदास जयंती के लिए वाराणसी जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव को एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया था।
 
इसी तरह, आयोग ने ईसाई समुदाय की रविवार की प्रार्थना सभा को ध्यान में रखते हुए 2022 के मणिपुर चुनाव की तारीखें बदल दी थीं।
 
वर्ष 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में, मतदान की तारीखों को पुनर्निर्धारित किया गया था जो मूल रूप से देवोत्थान एकादशी पर होने वाला था। यह राजस्थान में सामूहिक विवाहों के लिए महत्वपूर्ण दिन होता है। 2012 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में, बारावफात के कारण मतदान की तारीख बदल दी गई थी।(भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

JK Assembly Elections 2024: जम्मू कश्मीर में पहले चरण में 15 करोड़पति उम्मीदवार मैदान में