कुंभ मेले में सामान्य स्नान और शाही स्नान की अलग अलग तिथियां होती हैं। पहले 14 जनवरी मकर संक्रांति का स्नान निकल गया। इसी तरह 11 फरवरी मौनी अमावस्या का, 16 फरवरी वसंत पंचमी का स्नान और 27 फरवरी माघ पूर्णिमा पर सामान्य स्नान हो चुका है अब 11 मार्च 2021 को है प्रथम शाही स्नान।
कुंभ मेला में शाही स्नान:
1. पहला शाही स्नान - 11 मार्च महाशिवरात्रि के दिन
2. दूसरा शाही स्नान - 12 अप्रैल सोमवती अमावस्या
3. तीसरा शाही स्नान - 14 अप्रैल
4. चौथा शाही स्नान - 27 अप्रैल चैत्र पूर्णिमा
प्रथम शाही स्नान की खास बातें:
1. अद्भुत योग में हो रहा है 11 मार्च 2021 को प्रथम शाही स्नान। इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र में महाशिवरात्रि भी है।
2. प्रथम शाही स्नान में केवल 7 संन्यासी अखाड़े के ही साधु स्नान करते हैं।
3. जिसमें सबसे पहले जूना अखाड़ा के साथ आवाहन अखाड़ा और अग्नि अखाड़ा स्नान करेगा और इसके बाद क्रमानुसार निरंजनी अखाड़ा तथा तीसरे क्रम में महानिर्वाणी अखाड़ा स्नान करेगा।
4. हर की पौड़ी पर होगा संतों का शाही स्नान, आमजन भी अन्य घोटों पर स्नान कर सकेंगे।
5. मान्यता है कि कुंभ स्नान करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। कहते हैं कि कुंभ स्नान से पितृ भी शांत होते हैं और अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं।
6. शाही स्नान के दौरान साधु-संत अपने अद्भुत रूप में हाथी-घोड़ों की सोने-चांदी की पालकियों पर बैठकर नारे लगाते हुए स्नान स्थल तक पहुंचते हैं और खास मुहूर्त में एकत्रित होकर नारे लगाते हुए स्नान करते हैं।
7. हर की पौड़ी पर खास मुहूर्त में सबसे पहले विभिन्न अखाड़े के साधुओं के स्नान के बाद आम जनता को स्नान करने का अवसर दिया जाता है।