यूं तो हरिद्वार में बहुत सारे मठ, मंदिर, आश्रम आदि स्थित है परंतु 13 अखाड़ों के आश्रम को ही आश्रम माना जाता है। हरिद्वार के सभी आश्रम हरिद्वार के आसपास 10 किलोमीटर के अंदर के क्षेत्र में ही स्थित है, जिनमें से ज्यादातर आश्रम गंगा के तट पर ही बसे हैं। आओ जानते हैं पंचदशानन जूना अखाड़ा का आश्रम हरिहर आश्रम के बारे में संक्षिप्त जानकारी।
1. हरिद्वार में यह आश्रम गंगा के किनारे स्थित है। यह हरिद्वार से लगभग 2 किमी की दूरी पर स्थित है कनखल में है।
2. इस आश्रम में तीन बड़े दर्शनीय स्थान है। पहला मृत्युंजय महादेव का मंदिर, दूसरा परदेश्वर मंदिर और तीसरा रुद्राक्ष का वृक्ष।
3. जूना अखाड़ा के पंच दशानन अखाड़े का यह आश्रम है जिसे हरिहर आश्रम कहा जाता है।
4. यह हरिद्वार के सबसे पुराने आश्रमों में से एक है।
5. यहां का पारदशिवलिंग लगभग 150 किलो वजन का है जिसका दर्शन करने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं।
6. यहां का रुद्राक्ष का वृक्ष भी बहुत ही चमत्काररिक माना जाता है। यह भी मुख्य आकर्षण का केंद्र है। रुद्धाक्ष का ऐतिहासिक और विशाल पेड़ है, जिसे सिद्धिदाता वृक्ष कहा जाता है।
7. अवधेशानंद गिरी जी अक्सर यहीं रुकते हैं। यह हरिद्वार का मुख्य आश्रम है।