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गुजरात में 87 सीटों पर मतदान शुरू

हमें फॉलो करें गुजरात में 87 सीटों पर मतदान शुरू
अहमदाबाद (वार्ता) , शुक्रवार, 21 दिसंबर 2007 (19:45 IST)
गुजरात विधानसभा चुनावों के पहले चरण में सौराष्ट्र, कच्छ और दक्षिण गुजरात की 87 सीटों पर मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हो गया। शेष सीटों के लिए 16 दिसंबर को होगा।

सुबह मतदान की गति धीमी रही लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ रहा है, लोगों में वोटिंग के प्रति उत्साह बढ़ता दिखाई दे रहा है। आज जिन प्रमुख राजनीतिक हस्तियों का चुनावी भविष्य मतपेटियों में बंद हो जाएगा, उनमें वित्तमंत्री वजूभाई वाला (राजकोट-2), जल संसाधन मंत्री नरोत्तम पटेल (चौरासी), शहरी विकास मंत्री आईके जड़ेजा (ध्रांगध्रा), विपक्ष के नेता अर्जुन मोढवाड़िया (पोरबंदर) और वित्त राज्यमंत्री सौरभ दलाल (भावनगर) शामिल हैं।

कांग्रेस और भाजपा दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों ने 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा के चुनावों के प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी।

प्रथम चरण में भाजपा ने सभी 87 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं, जबकि कांग्रेस ने 82 उम्मीदवार ही मैदान में उतारे हैं और बाकी पाँच सीटें अपने गठबंधन के सहयोगी दलों के लिए छोड़ दी हैं।

बसपा भी 78 सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रही है। इस चरण में 53 महिला प्रत्याशी भी मैदान में हैं। पहले चरण में सौराष्ट्र में 52 विधानसभा सीटें, कच्छ में छह तथा दक्षिण गुजरात में 29 सीटों पर मतदान प्रारंभ हो चुका है।

इन सभी मतदान केंद्रों पर 19 हजार 924 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 4 हजार 834 केंद्रों को संवेदनशील तथा एक हजार 306 केंद्रों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है। सभी मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से मतदान चल रहा है।

मतदान सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए सभी मतदान केंद्रों पर 52 हजार से ज्यादा अर्द्धसैनिक सैनिक बल के जवान तैनात किए गए हैं। करीब एक लाख 20 हजार सरकारी कर्मचारियों को चुनाव ड्‍यूटी पर लगाया गया है। केंद्र सरकार के तीन हजार 397 कर्मचारियों को पर्यवेक्षण कार्य पर लगाया गया है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद बब्बर ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

राज्य में चुनाव प्रचार की शुरुआत धीमी रही, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी द्वारा अपने भाषण में 'मौत का सौदागर' शब्दों का इस्तेमाल करने से प्रभावी माहौल गरमा गया। इसके जवाब में मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कथित तौर पर 'सोहराबुद्दीन मुठभेड़' का मामला उठाया। हालाँकि निर्वाचन आयोग ने दोनों ही नेताओं को इसके लिए नोटिस भेजे।

इससे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने भी सूरत और सौराष्ट्र में चुनावी रैलियों को संबोधित कर अपनी पार्टी के प्रत्याशियों की संभावनाएँ बेहतर बनाने की कोशिश की। पार्टी ने राहुल गाँधी का सूरत में एक रोड शो भी कराया।


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