अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को जारी मतगणना के रुझानों में सत्तारूढ़ भाजपा बड़ी बढ़त हासिल करती नजर आ रही। इस चुनाव में भाजपा अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने जा रही है। भाजपा ने 1995 से राज्य में कोई विधानसभा चुनाव नहीं हारा है। राज्य में बहुमत के लिए 92 सीटों की जरूरत होती है जबकि भाजपा इस आंकड़े से काफी आगे जा चुकी है। पिछले चुनाव में भाजपा को 99 सीटें मिली थीं।
समाचार लिखे जाने तक निर्वाचन आयोग के अनुसार भाजपा 146 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं कांग्रेस महज 19 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। आम आदमी पार्टी भी 6 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, वहीं अन्य उम्मीदवार 5 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। राज्य में बहुमत के लिए 92 सीटों की जरूरत होती है जबकि भाजपा इस आंकड़े से काफी आगे जा चुकी है। पिछले चुनाव में भाजपा को 99 सीटें मिली थीं।
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना राज्य के 37 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में गुरुवार सुबह शुरू हुई। 'आप' के चुनावी मैदान में उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है जिससे कांग्रेस की परेशानी बढ़ गई।
गुजरात में बहुमत के लिए कुल 182 सीटों में से किसी भी पार्टी को 92 का आंकड़ा छूना होगा। चुनाव बाद सर्वेक्षणों में भी भाजपा की बड़ी जीत का अनुमान लगाया गया था।
भाजपा का बढ़ेगा मनोबल : नई दिल्ली स्थित 'सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज' के संजय कुमार ने कहा कि अगर भाजपा गुजरात और हिमाचल प्रदेश में बहुमत हासिल कर लेती है तो इससे पार्टी का मनोबल काफी बढ़ेगा।
भाजपा ने राज्य में 27 साल के शासन के बाद सत्ताविरोधी भावनाओं से जूझते हुए हाल के चुनाव लड़े। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पार्टी के 'तुरूप का इक्का' थे और सत्तारूढ़ दल ने सत्ताविरोधी लहर के मुकाबले के लिए 'ब्रांड मोदी' पर भरोसा किया।
चुनावों में प्रमुख मुद्दों में बेरोजगारी, मूल्यवृद्धि, राज्य के कुछ हिस्सों में पानी नहीं पहुंचना, बड़ी परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण और किसानों को अत्यधिक बारिश के कारण फसल क्षति का उचित मुआवजा नहीं मिलना था। इस बार मतदान प्रतिशत 2017 की तुलना में लगभग 4 प्रतिशत कम हुआ। राज्य में 2017 में 68.39 प्रतिशत के मुकाबले इस बार सिर्फ 64.33 प्रतिशत मतदान हुआ।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta